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बुड्ढा नाला को साफ करने के प्रोजेक्ट पर घोटाले का आरोप, उद्यमी बोले- आधे दामों पर हम करवा देंगे काम

बुड्ढे नाले की सफाई का प्रोजेक्ट आरंभ होने से पहले ही विवादों के घेरे में है। पंजाब सरकार की ओर से इसकी सफाई को लेकर 650 सौ करोड़ रुपये का टेंडर कर वर्क आर्डर जारी कर दिए गए हैं।

By Vinay KumarEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 02:28 PM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 02:28 PM (IST)
बुड्ढे नाले की सफाई का प्रोजेक्ट आरंभ होने से पहले ही विवादों के घेरे में है।

लुधियाना, जेएनएन। लुधियाना में प्रदूषित पानी से शहर की आबोहवा को खराब कर रहे बुड्ढे नाले की सफाई का प्रोजेक्ट आरंभ होने से पहले ही विवादों के घेरे में है। पंजाब सरकार की ओर से इसकी सफाई को लेकर 650 सौ करोड़ रुपये का टेंडर कर वर्क आर्डर जारी कर दिए गए हैं। इस पर बहादुर के टेक्सटाइल एवं निटवियर एसोसिएशन ने एतराज जताते हुए इसे एक बड़ा घोटाला कहा है।

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प्रधान तरुण जैन बावा ने कहा कि इसकी प्रक्रिया को पेचीदा बनाते हुए इसकी लागत को बढ़ाया गया है। टेंडर की जानकारी न तो किसी पार्षद, न विधायक और न ही किसी शहरवासी को दी गई। अपनी मर्जी से बिना प्लानिंग इसपर काम किया जा रहा है। इसमें कई तरह की तकनीकी खामियां भी है। उन्होंने कहा कि बहादुर के रोड पर उनकी एसोसिएशन की ओर से लगाया गया सीईटीपी प्रोजेक्ट पंजाब का सबसे बेहतर प्रोजेक्ट है। उनका संगठन 650 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को 325 करोड़ में करवाने की क्षमता रखता है।

इस प्रोजेक्ट की डीपीआर भी तकनीकी रूप से खराब है। सारे काम पर ओवर खर्च किए जा रहे हैं। यह लुधियाना का दूसरा सिटी सेंटर घोटाला हो सकता है। इस प्रोजेक्ट में खामियों और खर्च पर खुली चर्चा को वे तैयार हैं। इसके बाद ही इसे आरंभ किया जाए। इस दौरान दर्शन डावर, संजू धीर, सुदर्शन जैन, जोली मित्तल, वरिंदर सिंह, सुभाष सैनी, जसवंत सिंह, हरकिरत राणा, संजय जैन, अनिल अग्रवाल, प्रदीप कुमार, नरिंदर मिगलानी, राजीव जैन मौजूद थे।


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