नशा छुड़ाओ केंद्र में डॉक्टर बेचते थे नशीली दवाएं, 9100 नशीली गोलियां और 78 हजार की ड्रग मनी बरामद
मॉडल टाउन इलाके में नशा छुड़ाओ केंद्र की आड़ में एक डॉक्टर व उसका सुपरवाइजर ड्रग तस्करी का रैकेट चला रहा था।
जेएनएन, लुधियाना : मॉडल टाउन इलाके में नशा छुड़ाओ केंद्र की आड़ में एक डॉक्टर व उसका सुपरवाइजर ड्रग तस्करी का रैकेट चला रहा था। एसटीएफ ने रेड करके सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया, जबकि डॉक्टर फरार हो गया। पुलिस ने मौके से 9100 नशीली गोलियां और 78 हजार की ड्रग मनी बरामद की। एसटीएफ के एसपी सुरिंदर कुमार ने बताया कि सुपरवाइजर की पहचान फुल्लांवाल निवासी मनजीत सिंह उर्फ बंटी के रूप में हुई है। उसे रिमांड पर लिया गया है। फरार डॉक्टर की पहचान मॉडल टाउन निवासी डॉ. पंकज वर्मा के रूप में हुई। दोनों के खिलाफ थाना मॉडल टाउन में केस दर्ज किया गया।
एसटीएफ के सब इंस्पेक्टर जसपाल सिंह और एएसआइ सुखदेव सिंह को सूचना मिली थी कि मॉडल टाउन स्थित कृष्णा मंदिर के पास डी-एडिक्शन सेंटर चलाने वाला डॉक्टर पंकज वर्मा और उसका साथी मनजीत सिंह नशा छुड़ाने के नाम पर शहर और बाहर से आने वाले ग्राहकों को नशीली दवाएं बेचने का गोरखधंधा चला रहे हैं। पूछताछ में आरोपित मनजीत ने बताया कि वो दोनों कई साल से वहां पर डी-एडिक्शन सेंटर के नाम पर नशीली दवाएं बेचने का काम करते आ रहे थे। वो खुद नशीली दवाएं खाने के आदी हैं। इंस्पेक्टर हरबंस सिंह ने कहा कि डॉ. पंकज वर्मा की गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही है, जल्दी ही काबू कर लिया जाएगा। छानबीन में पता लगाया जाएगा कि उसके पास नशा छुड़ाओ केंद्र चलाने का सरकारी लाइसेंस है भी या नहीं।
मुंहमांगे दाम पर बिकती थीं दवाएं
बता दें कि डॉ. पंकज वर्मा व मनजीत सिंह अपने केंद्र में ग्राहकों को नशा छुड़ाने के नाम पर जो दवाएं बेचा करते थे, वह केवल उनके पास ही उपलब्ध होती थी। इसलिए अपनी दवाएं वह ग्राहकों को मुंह मांगे दाम पर बेचते थे। उनके खिलाफ पंजाब सरकार के हेल्प लाइन नंबर 181 पर पहले भी शिकायतें मिलती रही हैं, लेकिन उस पर हाथ डालने के लिए कोई ग्राहक नहीं मिल सका। आरोपित से की जा रही पूछताछ में उसके ग्राहकों की डिटेल भी निकलवाई जा रही है। उन्हें भी मामले में नामजद करके पूछताछ की जाएगी।