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लुधियाना पुलिस बनी मिसाल, जीरो विजिबिलिटी में मरीज को 100 मिनट में पहुंचा कर दी नई जिंदगी

लुधियाना पुलिस ने रविवार को अद्भूत मिसाल पेश की और एक मरीज की जान बचाने में अहम भूमिक निभाई। लुधियाना पुलिस के जवानों ने मुंबई भेजने के लिए एक मरीज को जीरो विजिबिलिटी में सिर्फ 100 मिलट में मोहाली एयरबेस पहुंचाया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 12:13 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 08:40 AM (IST)
लुधियाना पुलिस बनी मिसाल, जीरो विजिबिलिटी में मरीज को 100 मिनट में पहुंचा कर दी नई जिंदगी
लुधियाना के एक मरीज को मोहाली एयारबेस से एक एयर एंबुलेंस से मुंबई भेजा गया। (फाइल फोटो)

लुधियाना, जेएनएन। धुंध के मौसम में लुधियाना पुलिस ने मिसाल कायम करते हुए गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज को जीरो विजिबिलिटी में 100 मिनट में लुधियाना से मोहाली एयरबेस तक पहुंचाया। वहां से एयर एंबुलेंस के जरिए उसे मुंबई ले जाया गया, जहां उसकी लंग्स ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई। ऐसा पहली बार हुआ है जब पुलिस ने मरीज को शिफ्ट करने के लिए जिम्मेदारी ली और उसे समय पर पूरा भी किया।

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लुधियाना से लंग्‍स ट्रांसप्‍लांट सर्जरी के लिए जीरो विजिबिलिटी में मरीज को मोहाली पहुंचाया

पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने लंग्स की समस्या से जूझ रहे 33 साल के मनप्रीत सिंह की एंबुलेंस को मोहाली एयरपोर्ट तक समय पर पहुंचाने की जिम्मेदारी ली। पेशे से इंजीनियर मनप्रीतह कोविड-19 संक्रमित हो गए थे। लुधियाना के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उनके शरीर के आर्गन 80 प्रतिशत डैमेज हो चुके थे। वहां लंग्स के इलाज के लिए उन्हें एक अन्य अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जहां उन्हें आक्सीजन व वेंटीलेटर पर रखा गया था।

कोरोना संक्रमित होने पर 80 फीसद आर्गन हो गए थे डैमेज

उनका हृदय व दिमाग पूरी तरह से काम कर रहा था। उनकी जान बचाने के लिए डाक्टरों ने उनके लंग्स ट्रांसप्लांट कराने का सुझाव दिया। लुधियाना में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण उनके परिजनों ने मुंबई के एक अस्पताल से संपर्क किया। वहां डाक्टरों ने लंग्स की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए आपरेशन का समय तय कर दिया। मगर शर्त यह थी कि मरीज को जल्द मुंबई पहुंचाया जाए, जिसके चलते परिवार ने लुधियाना से मुंबई के लिए एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कर ली। मगर खराब मौसम और अत्यधिक धुंध के कारण एयर एंबुलेंस को हलवारा एयर बेस पर नहीं उतारा जा सकता था।

मोहाली से एयर एंबुलेंस से मुंबई ले जाकर हुई लंग्स ट्रांसप्लांट सर्जरी

इसके बाद उसे नजदीकी एयरबेस मोहाली में उतारने का फैसला लिया गया। परिवार ने पुलिस कमिश्नर से मांगी थी मददमरीज की हालत को देखते हुए डाक्टरों ने बताया कि यदि आम रूट से धुंध के मौसम में उसे मोहाली भेजा गया तो तीन घंटे लग सकते हैं। इतना ज्यादा समय मरीज की मुश्किलों को बढ़ा सकता है। इसके बाद परिवार के सदस्य पुलिस कमिश्नर से मिले। उन्हें सारी समस्या बताई और मदद मांगी।

एंबुलेंस को पुलिस पायलेट ने मोहाली तक किया एस्कार्ट

पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर पुलिस ने आइसीयू लैस एंबुलेंस के आगे पुलिस फोर्स समेत पायलेट जिप्सी लगाने के आदेश दिए। जिसके बाद 125 किलोमीटर का सफर महज 100 मिनट में तय किया। विभाग ने इंसानियत का धर्म निभायाइस संबंध में पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने कहा कि इंसानियत का धर्म निभाते हुए विभाग की ओर से पीडि़त परिवार की मदद के लिए कदम उठाए गए।

इसके लिए खन्ना, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला व मोहाली जिले की पुलिस को अलर्ट करके रास्ता साफ कराने के लिए मदद ली गई, ताकि मरीज को समय पर मोहाली एयरबेस तक पहुंचाया जा सके। अपनी तरह के पहले आपरेशन में उनकी फोर्स ने जीरो बिजिबिलिटी में सफलता पूर्वक अपने कार्य को अंजाम तक पहुंचाया, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।


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