मृतका की मां के आरोप, बच्चा नहीं होने और दहेज नहीं लाने पर देते थे ताने
जनकपुरी में विवाहिता के बच्चा नहीं होने पर हत्या कर दी गई।
लुधियाना, जेएनएन। शहर के जनकपुरी एरिया में एक विवाहिता के बच्चा नहीं होने और दहेज नहीं देने पर उसकी हत्या कर दी गई। यह आरोप लड़की की मां ने लगाए हैं। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जिला गोंडा के औनादपुरवा दुलाहपुर की रहने वाली है। पुलिस ने विवाहिता की मां की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। औनादपुरवा निवासी महिला कुश्मा देवी ने बयान दिए हैं कि उसने अपनी बेटी आशू की शादी उनके पड़ोस के गांव के निवासी युवक जगदंबे से छह साल पहले की थी।
शादी के दौरान उन्हें बताया गया था कि युवक लुधियाना में मजदूरी करता है। उन्होंने दहेज में फर्नीचर, सोने के आभूषण और एक लाख रुपये नकद दिए थे। जगदंबे शादी के बाद लुधियाना आ गया था और उनकी बेटी ससुराल में ही रहती थी। जब भी जगदंबे गांव जाता था तो उससे मारपीट करता था और उसे और पैसे लाने के लिए कहता था। महिला ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत ही वह उसे अपने साथ लुधियाना ले आया और वह यहां लाकर उससे मारपीट करने लगा था। बेटी ने इस संबंधी कई बार उन्हें फोन कर बताया था।
जगदंबे ने 30 अगस्त को उनकी बेटी आशू की गला दबाकर या फिर फंदा लगाकर हत्या कर दी। जब उसकी बेटी की मौत हुई तो उन्हें किसी रिश्तेदार ने बताया था। बेटी को फोन किया तो लगा नहीं। जब दामाद के फोन पर बात की तो उसने कहा कि आशू ने खुदकुशी की है।
खुद ही कर दिया संस्कार, नहीं दी लड़की के परिवार को जानकारी
कुश्मा देवी ने कहा कि उसने अपने देवर और एक अन्य रिश्तेदार को दामाद के पास भेजा। जगदंबे ने उन्हें बातों में फंसाकर पोस्टमार्टम करवा दिया और रिश्तेदारों से यह कहकर शव लिया कि वह उसे गांव लेकर जाएगा। मगर बिना किसी को बताए बिना आशू का यहां पर संस्कार कर दिया और खुद गावं चला गया। उन्हें कहा कि उनके दामाद ने ही उसकी बेटी की हत्या की है। पुलिस ने उसके बयान पर आरोपित जगदंबे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी इंसपेक्टर सुरिंदर कुमार के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है और आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।