भाई रणजीत सिंह ढडरियां वालों का मानहानि का दावा करने वालों को जवाब
भाई रणजीत सिंह ढडरियां वालों ने अपने खिलाफ अदालत में मानहानि का दावा करने वालों को जवाब दिया है।
जेएनएन, श्री माछीवाड़ा साहिब : सिख धर्म के प्रचारक और गुरुद्वारा परमेश्वर द्वार के मुख्य सेवक भाई रणजीत सिंह ढडरियां वालों ने अपने खिलाफ अदालत में मानहानि का दावा करने वालों को जवाब देते कहा कि हमने हमेशा गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज वाणी का प्रचार किया। हम वाणी को जीवन मानते हैं, परंतु कुछ सिख धर्म के प्रचारक लोगों को गुरु की वाणी के द्वारा बड़ी-बड़ी करामातों को सुना संगत को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने केवल संगत को सुचेत किया था कि वह करामातों में विश्वास न रखें, बल्कि गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी को सोचें, समझें और उसके दिखाए मार्ग पर चलें।
भाई रणजीत सिंह ढडरियां वालों ने कहा कि बाबा हरी सिंह रंधावा वालों के सुपुत्र भाई गुरप्रीत सिंह ने पहले उनके खिलाफ गलत टिप्पणियां की। तब उनको संगत में जवाब देना पड़ा। रंधावे वालों ने उनके खिलाफ यह प्रचार किया कि आजकल के प्रचारक तर्कशीलों वाला प्रचार करते हैं। इसलिए उनको बाणा उतार देना चाहिए और पंथ में से निकालना चाहिए।
उन्होंने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब अकेले उनके नहीं, बल्कि सभी के हैं और उन्होंने हमेशा वाणी का अर्थ समझा लोगों को कुदरत के नियमों अनुसार चलने के लिए प्रेरित किया।
भाई रणजीत सिंह ढडरियां वालों ने कहा कि उनके खिलाफ मानहानि का केस करने वाले गुरप्रीत सिंह रंधावा के पिता हरी सिंह द्वारा जो सिख धर्म के प्रचार दौरान की करामाती बातें सोशल मीडिया पर देखीं जातीं थीं और उसने प्रचार किया था कि महिलाएं पांच दिन महावारी के दौरान गुरु ग्रंथ साहिब जी की वाणी न पढ़ें, जबकि ऐसा गुरु ग्रंथ साहिब जी की वाणी में कहीं भी नहीं लिखा। इसके इलावा यह भी करामात का प्रचार किया कि उपलों में से राम-राम की आवाज आती है, कीरतपुर साहिब में 20-20 फीट लंबे शहीद रहते हैं और ऐसा प्रचार सिख संगत को वाणी के साथ जोड़ता नहीं तोड़ता है, क्योंकि गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी में कहीं भी करामातों का जिक्र नहीं।
भाई रणजीत सिंह ढडरियां वालों ने कहा कि मेरी तरफ से गुरु ग्रंथ साहिब जी की वाणी का प्रचार करने कारण इनके करामाती डेरे बंद हो रहे हैं, जिसके कारण इनको करोड़ों रुपये का घाटा पड़ेगा।
भाई रणजीत सिंह ने कहा कि उन खिलाफ कई लोग बोलते हैं, परंतु उन्होंने कभी किसी के खिलाफ अदालत में मानहानि का दावा करके अदालत का समय खराब नहीं किया, बल्कि उस बात का पूरा तत्थों सहित जवाब दिया है। यदि हमने कुछ गलत बोला है तो वह मंच पर अपना जवाब दें और सिख संगत के आगे सच्चाई सामने आ जाएगी कि कौन गुरु साहिब की वाणी का सही अर्थो मे प्रचार कर रहा है और कौन वाणी को करामातों से जोड़ रहा है।