कर्ज बन गया सरकारी शगुन, पढ़ाई की चाहत में वजीफा भी गुम
शगुन स्कीम वजीफा और अंतरजातीय विवाह करवाने वाले सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि का काफी समय से इंतजार कर रहे हैं।
संस, समराला : शगुन स्कीम, वजीफा और अंतरजातीय विवाह करवाने वाले सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि का काफी समय से इंतजार कर रहे हैं। तहसील भलाई विभाग के चक्कर लगाने के बाद भी मायूसी का सामना करना पड़ रहा है जिससे इनमें सरकार के प्रति रोष है। अंतरजातीय विवाह करवाने वाले जोड़े करीब 8 वर्ष, शगुन स्कीम के पात्र करीब 6 महीने और वजीफा लेने वाले बच्चे करीब दो वर्ष से परेशान हैं। तहसील भलाई विभाग में 350 केस शगुन स्कीम, 22 फाइलें अंतरजातीय विवाह और वजीफे के 5000 मामले पेंडिंग हैं। बता दें कि सरकार ने शगुन स्कीम के लिए 21 हजार, अंतरजातीय विवाह के लिए 50 हजार और अलग अलग कक्षाओं की अलग अलग वजीफा राशि तय की है। दरअसल, एक परिवार ने शगुन स्कीम का लाभ लेने के लिए तहसील भलाई विभाग में आवेदन किया है, लेकिन छह माह बीतने के बावजूद आवेदनकर्ता को सरकारी मदद नहीं मिली। संबंधित आवेदनकर्ता ने बताया कि उसने बेटी का विवाह करने के तुरंत बाद ही उक्त स्कीम का लाभ लेने के लिए दफ्तर में फाइल दी, परंतु अभी तक रकम नहीं मिली। ऐसा ही कुछ नछत्तर सिंह के साथ हुआ। उन्होंने बेटी का विवाह कर्ज लेकर इस आशा के साथ किया था कि शगुन स्कीम मिलने के साथ ही वह लोन लौटा देंगे, लेकिन सरकारी अव्यवस्था व कुप्रबंधन के कारण कर्ज और बढ़ गया जिससे लोन पर लिए पैसों का बोझ उठाने के लिए अब वह मजबूर हैं। इसी तरह वजीफे के पात्रों के साथ हो रहा है। अभिभावक बच्चों को कर्ज लेकर पढ़ाने के लिए उनका भविष्य संवार रहे हैं तो दूसरी ओर, सरकार अभिभावकों की भी आर्थिकी परीक्षा ले रही है जिससे कर्ज बढ़ रहा और स्कालरशिप की उम्मीदें घट रही हैं।
वादों को पूरा करे सरकार : ढिल्लों
वहीं दूसरी ओर अकाली दल शहरी प्रधान सुरिदरपाल सिंह ढिल्लों ने कांग्रेस सरकार की निदा करते कहा कि शगुन स्कीम कांग्रेस की कार्यप्रणाली को साबित कर रही है। सरकार केवल वादों तक सीमित है, इन्हें पूरे करने के लिए जमीनी स्तर पर कोई प्रयास नहीं किया जा रहा। उक्त स्कीम के पात्र सरकारी लापरवाही के कारण धक्के खा रहे हैं जिसे शिअद बिल्कुल सहन नहीं करेगा। कहा कि कांग्रेस ने जो भी वादे चुनाव में किए थे, उन्हें तुरंत पूरा करे।
चुनाव का दिया हवाला
इस संबंध में तहसील भलाई विभाग समराला के क्लर्क मनमोहन सिंह का कहना है कि चुनाव के कारण शगुन स्कीम की राशि नहीं आ सकी, लेकिन अब जल्द ही स्कीम की रकम आनी शुरू हो जाएगी। जब उन्हें वजीफा और अंतरजातीय विवाह के लिए राशि ना मिलने के बारे मे पूछा गया तो जवाब मिला कि वजीफा राशि भी जल्द आ जाएगी जबकि अंतरजातीय विवाह पर कहा कि इसकी राशि केंद्र सरकार द्वारा दी जाएगी। जब उनसे पूछा कि यह राशि कब तक आ जाएगी तो कहा कि अभी कोई जानकारी नहीं।
जल्द मिल जाएंगे पैसे
जिला भलाई अफसर राजिंदर कुमार का कहना है कि जो भी केस विभाग के पास आते हैं वह तुरंत ही उच्चाधिकारियों को भेज देते हैं। जल्द ही शगुन स्कीम और बच्चों के वजीफे के रुपये मिल जाएंगे। अंतरजातीय विवाह की 8 वर्ष से राशि ना आने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इसमे आधे पैसे केंद्र सरकार और आधे पैसे पंजाब सरकार देती है जो कभी भी आ सकते हैं।