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स्कूलों के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंकेंगे पेरेंट्स

जागरण संवाददाता, लुधियाना : नए शिक्षा सत्र में फीस बढ़ोतरी और निजी प्रकाशकों की किताबों को पढ़ाए जान

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jan 2018 01:15 AM (IST)Updated: Mon, 15 Jan 2018 01:15 AM (IST)
स्कूलों के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंकेंगे पेरेंट्स
स्कूलों के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंकेंगे पेरेंट्स

जागरण संवाददाता, लुधियाना : नए शिक्षा सत्र में फीस बढ़ोतरी और निजी प्रकाशकों की किताबों को पढ़ाए जाने से नाराज पेरेंट्स निजी स्कूलों को घेरने की योजना बना चुके हैं। शहर के अलग-अलग स्कूलों के पेरेंट्स एसोसिएशन के सदस्यों ने बैठकों का दौर शुरू कर दिया और स्कूलों को घेरने के लिए अलग-अलग कमेटियों का गठन कर दिया। खास बात यह है कि इस बार पेरेंट्स सोशल मीडिया पर भी स्कूलों के खिलाफ मुहिम चलाएंगे। कुछ स्कूलों की पेरेंट्स एसोसिएशन और स्कूल संचालकों के बीच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में केस चल रहा है, जिसकी सुनवाई अब फरवरी में होगी। पेरेंट्स एसोसिएशन अपने एडवोकेट के जरिए इस पेशी पर स्कूलों की फीस बढ़ोतरी पर फिलहाल स्टे लगाने की याचिका भी दायर करेंगे। इसके लिए पेरेंट्स बकायदा हलफनामा दायर करेंग। वहीं दूसरी तरफ पेरेंट्स एसोसिएशन ने सड़क पर स्कूलों के खिलाफ संघर्ष करने की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। पेरेंट्स ने स्कूल मैनेजमेंट कमेटियों को पहले आगाह कर दिया है कि इस बार न तो फीस बढ़ाई जाए और न ही बच्चों से री एडमिशन व अन्य फंड वसूले जाएं।

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निगम चुनाव के उम्मीदवारों से लेंगे हलफनामा

लुधियाना पेरेंट्स एसोसिएशन के प्रधान रजिंदर घई ने बताया कि इस बार फरवरी माह में निगम चुनाव भी होने हैं और इस दौरान स्कूलों में फीस बढ़ोतरी व निजी प्रकाशकों की किताबें पढ़ाए जाने के खिलाफ संघर्ष भी किया जाएगा।

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2 लाख रुपये की किताबें बच्चों को पढ़ाई ही नहीं

शास्त्री नगर स्थित एक स्कूल के पेरेंट्स एसोसिएशन के सदस्य मनप्रीत सिंह ने बताया कि उनकी बेटी छठी कक्षा में पढ़ती है। स्कूल की तरफ से जो निजी प्रकाशकों की किताबें लगाई गई हैं उनमें से दो किताबों को न तो टीचर्स ने खुलवाया और न ही बच्चे ने कभी उन किताबों को खोला है, जिससे साफ है कि यह किताब बच्चे के काम की ही नहीं हैं। सिर्फ कमीशन के लिए लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि इन दो किताबों की कीमत 500 रुपये है और छठी कक्षा में 400 विद्यार्थी पढ़ते हैं। जिसका मतलब है कि 2 लाख रुपये की किताबें स्कूल ने बिना बात के मंगवा ली। उन्होंने कहा कि किताबों के मुद्दे पर स्कूल संचालकों को घेरा जाएगा और सभी पेरेंटस इन किताबों को वापस करेंगे।

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स्टिंग करेंगे पेरेंट्स

पेरेंट्स एसोसिएशन ने अपना एक विंग तैयार किया है जो स्कूलों में जाकर हो रही गतिविधियों का स्टिंग किया करेगी। सीबीएसई की तरफ से इस बार स्कूलों को अपने कैंपस में एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध करवाने को कहा गया है। पेरेंट्स स्कूलों में इसका भी स्टिंग करेंगे कि एनसीईआरटी की किताबों की आड़ में निजी प्रकाशकों की किताबें तो नहीं बेची जा रही।


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