विशाल सोनी व कुलदीप बने गोशाला कमेटी के सदस्य
गोबिद गोधाम गौशाला कमेटी के सदस्यों की बैठक आयजित की गई।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : गोबिंद गोधाम गोशाला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए और युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गोशाला में गोबर से लकड़ी, गोबर के गमले आदि बनाने का कार्य कैसे प्रारंभ करना चाहिए इस पर विचार विमर्श करने हेतु सोमवार को गोशाला के सभाकक्ष में सोमवार को बैठक का आयोजन नरेश पंडित की अध्यक्षता में किया गया। इस बैठक में गोशाला को व्यवस्थित करने तथा पशुधन की देखरेख की बेहतर व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई। इस दौरान समाज सेवक विशाल सोनी व कुलदीप शर्मा को गोशाला कमेटी का सदस्य मनोनीत किया गया। नरेश पंडित ने कहा की गोबिद गोधाम गोशाला की ओर से गोमूत्र व नीम के अर्क से कई घरेलू उत्पाद तैयार किया जा रहा है। यह सभी घरेलू उत्पाद जल्दी ही लोगों को उपलब्ध होंगे। नरेश पंडित ने बताया कि गोशाला कमेटी वर्तमान में एक हजार से ऊपर गायों की सेवा कर रही है। गोमूत्र, नीम अर्क व अन्य जड़ी बूटियों से गोशाला में फिनायल, हैंड वाश, टॉयलेट क्लीनर, फसलों के लिए कीटनाशन व अन्य कई उत्पाद तैयार किए जाएंगे। नरेश पंडित ने कहा कि फसलों पर जो कीटनाशक छिड़के जाते है, उनकी कीमत बहुत अधिक है। किसान भाइयों को बहुत ही किफायती दर पर कीटनाशक मिले इसके लिए गोमूत्र व नीम अर्क से कीटनाशक भी बनाया जा रहा है।
गोशाला कमेटी के उप प्रधान राजू सूद, महासचिव नारायण दास, सचिव धीरज बजाज ने बताया कि गोशाला की ओर से निर्मित यह सभी प्रोडक्ट बाजार में मिलने वाली बड़ी कंपनियों के प्रोडक्टों की तुलना में गुणवत्ता के आधार पर बेहतर होंगे। इनका मूल्य भी बहुत किफायती होगा। कहा कि गौशाला का उद्देश्य इन सभी प्रोडक्टों को बनाने का उद्देश्य एक ही है कि लोग गाय का महत्व समझें। सभी प्रोडेक्ट आने वाले समय में कामधेनु के नाम से बाजार में उपलब्ध होंगे। नरेश पंडित ने किसानों से फसलों में कीटनाशकों के प्रयोग को कम करने और उनसे विशेषरूप से जैविक खेती अपनाने का आह्वान किया है। इस मौके पर सुभाष मकरंदी, कमल मल्होत्रा, धीरज बजाज, नारायण दास, राजू सूद, विपन बहल, नरिदर अग्रवाल, अशोक कुमार, अनिल वालिया आदि उपस्थित थे।