नाटक से नशा न करने को किया जागरूक
तम्बाकूनोशी की आदत बड़े नशे करने की ओर एक प्रवेश द्वार है। यह शब्द •िाला सेहत अ़फसर डा. कुलजीत ¨सह ने मिशन तंदरुस्त पंजाब के अंतर्गत सेहत विभाग कपूरथला की तरफ से पंजाब टैकनिकल यूनिवर्सिटी के एनएसएस विभाग के सहयोग के साथ नशाखोरी विरोधी अभियान के अंतर्गत करवाई गई पैनल डिस्कशन के दौरान प्रगट किये।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : तंबाकूनोशी का सेवन बढ़ा नशा करने की ओर एक प्रवेशद्वार है। यह बात जिला सेहत अफसर डॉ. कुलजीत ¨सह ने मिशन तंदुरुस्त पंजाब के अंतर्गत सेहत विभाग द्वारा पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी के एनएसएस विभाग के सहयोग नशाखोरी विरोधी अभियान के अंतर्गत करवाई गई पैनल डिस्कशन के दौरान प्रगट किए।
डॉ. कुलजीत ¨सह ने कहा नौजवान पीढ़ी का नशे की तरफ जाने का कारण सही गाइडेंस की कमी का होना है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि नौजवान पीढ़ी को तंबाकू नाम के •ाहर से बचाया जाए, जिससे समाज के प्रति वह अपनी जिम्मेदारी को निभा सकें। उन्होनें सिविल अस्पताल में चल रहे नशामुक्ति और तंबाकू छुड़ाने वाले केंद्र के बारे भी जानकारी दी।
इस मौके पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार एसएस वालिया, ज्वाइंट रजिस्ट्रार डॉ. आरपीएस बेदी ने कहा कि नशाखोरी की आदत नौजवान पीढ़ी का भविष्य खराब कर रही है। उन्होनें कहा कि इस बीमारी को रोकना समय की जरूरत है। उन्होनें अकेलेपन, संगत के प्रभाव को नशाखोरी का कारण बताया और कहा कि शिक्षण संस्थान युवाओं को सही सीख देने में सकारात्मक रोल अदा कर सकती है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी पर काबू करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।
यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर वाईपीएस बराड़ ने विद्यार्थियों से अपील की कि वह कलात्मक और रचनात्मक गतिविधियों के साथ जुड़ें और नशों को न कहें। डेंटल मेडिकल अफसर डॉ. गुरदेव भट्टी ने विद्यार्थियों से अपील की कि वह तंबाकूनोशी या सिगरटनोशी के गुलाम न बनें। उन्होंने कहा कि अक्सर दोस्तों के दबाव में आकर नौजवान इस आदत का शिकार हो जाते हैं, बाद में इस दलदल से बाहर निकलना उनके लिए मुश्किल हो जाता है। विद्यार्थियों को कहा कि स्मो¨कग करने को कभी भी स्टाइल आइकन या गर्व की बात महसूस न की जाए।
इस मौके पर विद्यार्थियों की तरफ से नशाखोरी पर नाटक पेश कर इस बुराई से दूर रहने का संदेश दिया। नाटक मुकाबलों में पीटीयू मैन कैंपस की टीम पहले, बटाला कैंपस की टीम दूसरे और अमृतसर कैंपस की टीम तीसरे स्थान पर रही। इस अवसर पर डॉ. सरबजीत ¨सह मान, डॉ. अंशू भसीन, पीएस गिल, संजीव शर्मा और अन्य उपस्थित थे। बाद में विजेता टीमों का सम्मानित किया गया।