मनरेगा कर्मचारी बोले मांगे जायज, न मानी तो तेज करेंगे संघर्ष
बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर रहे मनरेगा कर्मचारियों का धरना वीरवार को चौथे दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : अपनी मांगें मनवाने के लिए बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर रहे मनरेगा कर्मचारियों का धरना वीरवार को चौथे दिन भी जारी रहा। धरने के दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनकी मांगों के प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनकी मांगें जायज हैं और यदि उन्हें नहीं माना गया तो वे संघर्ष को तेज करेंगे। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश भर में मनरेगा कर्मचारी पिछले दस सालों से ग्रामीण विकास एंव पंचायत विभाग के अंदर विभिन्न कच्चे पदों पर काम कर रहे हैं। समूचे मनरेगा कर्मियों की भर्ती भारत सरकार की ओर से रेगुलर भर्ती के दौरान अपनाए जाते मापदंडों अनुसार पारदर्शी तरीके से की गई है। इसके बावजूद उन्हें गुजारे योग्य भी वेतन नहीं दिया जा रहा।
उन्होंने मांग की कि मनरेगा कर्मचारियों को विभाग के अधीन स्थायी करने का रिकार्ड पर्सोनल विभाग को भेजा जाए, मेडिकल सुविधा, टीए में बढ़ोत्तरी, ईपीएफ काटा जाए, ईएसआई कार्ड की सुविधा, ड्यूटी के दौरान मौत वाले केसों में योग्यता अनुसार वारिसों को नौकरी दी जाए, एनओसी के तहत तबादले व बिना किसी दोष के निकाले गए कर्मचारियों की तुरंत बहाली हो।
इस मौके पर गुरप्रीत सिंह, विशाल अरोड़ा, रघबीर सिंह, रणजीत सिंह, सुरजीत सिंह, सुरजीत कुमार, हरदीप सिंह, टिकू, विक्रांत, कमलजीत, मनजिंदर कौर, सुरिदर आदि मौजूद थे।