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वायरस को कुछ ही सेकेंड में खत्म कर देगा डिवाइस

पीटीयू के छात्र और फैकल्टी के मार्गदर्शन में सोधवानी डिवाइस का निर्माण किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 08:36 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 08:36 PM (IST)
वायरस को कुछ ही सेकेंड में खत्म कर देगा डिवाइस

जागरण संवाददाता, कपूरथला : कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के दौर में खुद को स्वस्थ रखने के लिए कीटाणु रहित रहना सबसे जरूरी है। पीटीयू के छात्र रचित कुमार और व फैकल्टी डा. राकेश गोयल ने सोधवानी नामक एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जो ना सिर्फ केवल आपके पूरे शरीर को बीमारी फैलाने वाले वायरस से मुक्त करेगा, बल्कि खाद्य पदार्थो को धूल से मिले कीटाणुओं से अलग कर देगा। इससे खाद्य पदार्थो के पोषक तत्वों को भी कोई नुकसान नही पहुंचेगा।

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पीटीयू के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिग (ईसीई) विभाग के बीटेक के छात्र रचित कुमार ने फैकल्टी डा. राकेश गोयल के मार्गदर्शन में 'सोधवानी' नाम का डिवाइस तैयार किया है, जिसके सहारे आसानी से रोगों से लड़ा जा सकेगा। यूनिवर्सिटी कुलपति रामेश कुमार गन्ता एवं रजिस्ट्रार जसप्रीत सिंह ने यूनिवर्सिटी टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। पीटीयू के रजिस्ट्रार (आइएएस) जसप्रीत सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटीज का मुख्य काम ही बेहतर आविष्कार कर उन्हें समाज के सार्थक कामों के लिए उनका पेटेंट करवा आगे लाना है।

ऐसे काम करता है डिवाइस

डिवाइस के बारे में जानकारी देते हुए सहायक प्रोफेसर डा. राकेश गोयल ने बताया कि इसमें एक पूरी तरह से स्वचालित (आटोमैटिक) फ्यूमिगेट सिस्टम है, जो पहले मानव शरीर पर पड़े वायरस या कीटाणुओं का पता लगाता है, फिर नोजल सिस्टम शुरू होता है, जिसका उपयोग मानव शरीर के फ्यूमिगेट स्प्रे से वायरस मुक्त करना है। दूसरा इसमें दो रेडिएशन चैंबर है। पहला हाई रेडिएशन चैंबर हमारी बुनियादी वस्तुओं के लिए है तथा दूसरा कक्ष एक कम वितरण कक्ष है जिसका उपयोग सभी खाने योग्य वस्तुओं को उसके पोषक गुणों को नुकसान पहुंचाए बिना धूमिल होने से बचाव के लिए किया जा सकता है। उन्होंने इस उपकरण की अंतिम प्रणाली एयर रिफाइनरी है, जिसका उपयोग हमारे आसपास की प्रदूषित हवा को परिष्कृत या शुद्ध करने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि वह इस डिवाइस को 6000 रुपये रुपये की लागत से तैयार कर रहे हैं। इसका उपयोग घरों, कार्यालयों, सिनेमा हाल, धार्मिक स्थलों, अस्पतालों, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों इत्यादि पर किया जा सकता है क्योंकि यह पोर्टेबल, सस्ता एवं पूरी तरह से स्मार्ट आधुनिक तकनीक से लैस है।

जल्द ही पेटेंट के आवेदन करेगी टीम : डा. गोयल

डा. गोयल ने बताया कि जल्द ही टीम इसके पेटेंट के लिए आवेदन भी करेगी। इस अवसर पर ईसी.ई विभाग मुखी प्रो. (डा.) अवतार सिंह बुट्टर, एसोसिएट प्रो. (डॉ ) सतबीर सिंह, सहायक प्रो (डा.) अमित गुप्ता, सहायक प्रो राकेश कुमार एवं रचित कुमार मौजूद रहे।


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