स्वच्छ भारत अभियान के सर्वेक्षण में फगवाड़ा का 101वां रैंक
संवाद सहयोगी, कपूरथला : स्वच्छ भारत अभियान के तहत केंद्र सरकार की ओर से करवाए गए स्वच्छ
संवाद सहयोगी, कपूरथला : स्वच्छ भारत अभियान के तहत केंद्र सरकार की ओर से करवाए गए स्वच्छता सर्वेक्षण-2018 के दौरान सफाई के पक्ष से उत्तरी जोन की नगर कौंसिल व नगर पंचायतों में से कपूरथला जिले में पड़ती नगर कौंसिल फगवाड़ा ने 101वां रैंक हासिल किया है। जबकि नगर पंचायत ढिलवां ने 139वां रैंक और नगर पंचायत नडाला ने 181वां रैंक हासिल किया, जबकि रियासती शहर कपूरथला ने 267वें स्थान पर रहा है। इनके अलावा सुल्तानपुर लोधी ने 247वां, बेगोवाल ने 377वां और भुलत्थ नें 537वां स्थान प्राप्त किया है।
स्वच्छता सर्वेक्षण ने नगर कौंसिल कपूरथला, नगर कौंसिल सुल्तानपुर लोधी, नगर पंचायत बेगोवाल और नगर पंचायत ढिलवां की सफाई व्यवस्था के प्रबंध पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। इस सर्वेक्षण में नगर कौंसिल कपूरथला की ओर से 267वां रैंक हासिल किए जाने पर नगर कौंसिल के अधिकारियों ने यह कह कर पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि नगर कौंसिल के पास सफाई व्यवस्था के लिए कर्मचारियों की कमी है। उल्लेखनीय है कि स्वच्छता सर्वेक्षण दौरान यह भी जरूरी किया गया था कि शहरों में सफाई के प्रबंधों को सुचारू ढंग से चलाने के लिए 100-100 मीटर की दूरी पर डस्टबिन लगाए जाएं, जिससे शहर के लोग इन डस्टबिन में अपने घरों का कूड़ा कर्कट डाल सकें। ¨कतु नगर कौंसिल कपूरथला इस सिस्टम को लागू करने में भी नाकाम रही है।
गौरतलब है कि सफाई के प्रति लोगों के जागरूक होने का सवाल है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार की ओर से स्वच्छता खुद शुरू की गई थी और कपूरथला में लगभग सवा लाख से अधिक आबादी होने के बाद भी 3 हजार के करीब लोगों ने स्वच्छता एप को डाउनलोड किया है। इनमें से भी बहुत कम लोग है, जो शहर में सफाई संबंधित स्वच्छता एप पर अपनी शिकायत दर्ज करवाते हैं। यह भी पता लगा कि जब भी कंपनी ने एप पर शिकायत दर्ज करने वाले व्यक्तियों के साथ बातचीत की तो बहुत से लोगों ने शहर के सफाई प्रबंधों पर संतुष्टी जाहिर नहीं की और यह कारण स्वच्छता सर्वेक्षण में रियासती शहर कपूरथला को रें¨कग में पिछड़े रहने का मुख्य कारण बना। अगर जिले में दूसरे शहरों की बात करें तो सफाई के प्रबंध से लोग बहुत से संतुष्ट नहीं, जिसका खुलासा स्वच्छता सर्वेक्षण से स्पष्ट रूप से सामने आया है।