ओटोमैटिक ड्राइविंग टेस्ट और ट्रेनिंग सेंटर में स्टाफ की कमी, लाइसेंस बनाने और रिन्यू करने का काम अधर में
अजीत नगर स्थित आटोमैटिक ड्राइविग टेस्ट एवं ट्रेनिंग सेंटर में स्टाफ सदस्यों की कमी है।
नरेश कद, कपूरथला
अजीत नगर स्थित आटोमैटिक ड्राइविग टेस्ट एवं ट्रेनिंग सेंटर में स्टाफ की कमी के चलते लोगों को पिछले एक महीने से लाइसेंस नहीं मिल रहे हैं। लाइसेंस लेने के लिए लोग टेनिंग सेंटर में आने वाले लोगों को मजबूरन घर लौटना पड़ रहा है। बुधवार को लाइसेंस रेन्यू करवाने के लिए ट्रेनिंग सेंटर में पहुंचे 35 लोगों को निराश होकर घर लौटना पड़ा।
ओटोमैटिक डाइविंग टेस्ट और ट्रेनिंग सेंटर में चार काउंटर है तथा चार कर्मचारी अलग-अलग काउंटरों पर तैनात रहता है। अगर एक भी कर्मचारी छुट्टी पर रहता है तो दफ्तर का पूरा कामकाज प्रभावित होता है। स्टाफ की कमी के चलते लोग परेशान हो रहे हैं। एक महीने पहले अप्लाई करने के बावजूद भी लाइसेंस नहीं मिल रहे। लर्निग लाइसेंस काकाम भी लंबित है। काउंटर पर ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी लाइसेंस बनाने के लिए आने वाले लोगों को एक ही बात कहते है कि जिस कर्मचारी ने आपके लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था, वह आज छुट्टी पर है।
दैनिक जागरण की टीम ने बुधवार को अजीत नगर पर स्थित आटोमैटिक ड्राइविग टेस्ट एवं ट्रेनिंग सेंटर का निरीक्षण करने पर पाया कि दफ्तर में चार काउंटर होने के बावजूद एक काउंटर खाली था। काउंटर पर काम करने वाला कर्मचारी ड्यूटी पर मौजूद नहीं था। उसने नहीं आने की सूचना किसी भी अधिकारी को नहीं थी। इस संबंध में जब एसडीएम जैइंदर सिंह से फोन पर बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
सेंटर में काम करवाने के लिए आने वालों को नहीं होगी परेशानी : डीसी
डिप्टी कमिश्नर दीप्ति उप्पल का कहना है कि ओटोमैटिक ड्राइविंग टेस्ट और ट्रेनिंग सेंटर में आने वाले लोगों की समस्या उनके ध्यान में है। सेंटर में आने वाले लोगों का काम समय पर हो सके इसके लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। सेंटर में स्टाफ कर्मियों की अनुपस्थिति के मामले की जांच करवाई जाएगी।