राशन को लेकर भाजपा नेता व डिपो होल्डर के बीच हाथापाई
फगवाड़ा के चाचोकी क्षेत्र में शुक्रवार की देर रात को भाजपा मंडल प्रधान परमजीत सिंह पम्मा का क्षेत्र के काग्रेसी नेता व डिपो होल्डर परमजीत पम्मा के साथ विवाद हो गया।
संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : फगवाड़ा के चाचोकी क्षेत्र में शुक्रवार की देर रात को भाजपा मंडल प्रधान परमजीत सिंह पम्मा का क्षेत्र के काग्रेसी नेता व डिपो होल्डर परमजीत पम्मा के साथ विवाद हो गया। इसे लेकर दो पक्षों में तकरार के बाद मौके पर जमकर हंगामा हुआ। मामला इतना बढ़ गया कि नौबत हाथापाई तक जा पहुंची। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची थाना सिटी की पुलिस भाजपा प्रधान परमजीत पम्मा को पुलिस स्टेशन ले गई, जिसके बाद पुलिस ने परमजीत पम्मा व उसके सात साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
बाद में थाना सिटी में भाजपा के अन्य वर्कर भी एकत्रित हो गए और उन्होंने परमजीत पम्मा को रिहा करवाने पर अड़ रहे, लेकिन पुलिस ने सारी रात परमजीत पम्मा को थाना में रखने के बाद शनिवार सुबह जमानत पर रिहा किया।
उधर पुलिस ने भाजपा प्रधान परमजीत पम्मा के बयानों पर दूसरे पक्ष के सुखपाल व उसके पांच साथियों पर भी केस दर्ज कर लिया है। इस तरह पुलिस ने इस पूरी घटना को लेकर क्रास केस दर्ज किया है। सुखपाल का आरोप, पम्मा अपने हिसाब से बांटना चाहते थे सरकारी गेंहू
पुलिस को दी शिकायत में सुखपाल सिंह पुत्र अमरीक सिंह वासी चाचोकी फगवाड़ा ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को भाजपा प्रधान परमजीत सिंह पम्मा अपने साथियों सहित चौक पर खड़ा था और इस दौरान जब वह (सुखपाल)चौंक से गुजर रहा था तो परमजीत पम्मा ने उसे रोककर कहा कि सरकारी गेंहू बांटने का काम उसके (परमजीत पम्मा) के मुताबिक किया जाए और जिसे वह कहे उसे गेंहू दी जाए और बकाया गेंहू उसके घर पर भेज दे।
सुखपाल ने आरोप लगाया कि जब उसने ऐसा करने से मना किया सरकार की हिदायतों के मुताबिक नीले कार्ड धारकों को ही गेंहू का बांटी जाएगी, तो इस पर परमजीत सिंह पम्मा भड़क गए और उसके साथ गालियां देने लगे और अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से मारने की धमकियां देने लगे।
सुखपाल ने आरोप लगाया कि परमजीत पम्मा और उसके साथियों ने उसपर हमला कर मारपीट की और उसके शोर मचाने पर वह मौके से भाग गए। जिसके बाद मेरे पिता ने मुझे अस्पताल में दाखिल करवाया। पम्मा बोले, राजनीतिक रंजिश के तहत उनपर दर्ज किया गया झूठा केस
वहीं भाजपा प्रधान परमजीत पम्मा ने पुलिस को दिए बयानों में आरोप लगाया कि शुक्रवार को वह अपने घर पर बैठा था। इस दौरान कुछ व्यक्ति उसके घर के बाहर बार-बार चक्कर लगा रहे थे, जिनमें सुखपाल सिंह व उसके साथी शामिल थे। पम्मा ने आरोप लगाया कि उक्त लोगों ने उसे घर से बाहर निकलने की धमकियां दी, जिसके बाद आपस में बहसबाजी हो गई और सुखपाल व उसके साथियों ने उसके साथ मारपीट की व जान से मारने की धमकिया भी दी। भाजपा प्रधान परमजीत सिंह पम्मा ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ राजनीति रंजिश के तहत झूठा केस दर्ज किया गया है। जांच के बाद होगी कार्रवाई : एसएचओ
वहीं पूरे घटनाक्रम को लेकर थाना सिटी के एसएचओ ओंकार सिंह बराड़ ने कहा कि प्राथमिक जाच के बाद पुलिस ने दोनो पक्षों के बयानों के आधार पर कुल 14 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जाच शुरू कर दी है। मामले को लेकर अगली कार्रवाई पूरी जाच पूरी होने के बाद ही की जाएगी।