जेल में तीन बीमारी कैदियों के लिए सैंपल
सेहत विभाग की टीम ने रविवार को मॉर्डन जेल में बुखार व खांसी से पीड़ित तीन कैदियों के कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भेजे।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : सेहत विभाग की टीम ने रविवार को मॉर्डन जेल में बुखार व खांसी से पीड़ित तीन कैदियों के कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भेजे। जिले भर में रविवार को कोरोना टेस्ट के लिए 12 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए जिनमें सिविल अस्पताल में सात सैंपल और 5 सैंपल सुल्तानपुर लोधी के सिविल अस्पताल में लिए गए।
अबतक कोरोना टेस्ट के लिए जिले से 1842 संदिग्ध मरीजों के सैंपल भेजे गए हैं जिनमें 1638 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 88 सैंपल की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा. जसमीत कौर बावा ने बताया कि रविवार को सिविल अस्पताल में 7 सैंपल लिए गए है, जिनमें तीन कैदी मार्डन जेल में सजा काट रहे है, जोकि खांसी, जुकाम एवं अन्य बीमारी से पीड़ित है और सुल्तानपुर के सिविल अस्पताल से 5 सैंपल लिए गए है। रविवार को कुल पैडिंग सैंपल 88 चल रहे है, जिनकी रविवार छुटटी होने के कारण रिपोर्ट नहीं आई, इन सभी की रिपोर्ट सोमवार को आने की संभावना है। जो सैंपल रविवार को 12 लिए गए है, उन सैंपलों को अमृतसर मेडिकल कालेज भेज दिया गया है। डा. बावा ने कहा कि कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी के चलते सरकार द्वारा काफी लंबा लॉक डाउन किया गया था, जिससे काफी हद तक कोरोना के मरीजों में कमी पाई गई, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह द्वारा पूरे पंजाब में कर्फ्यू उठाए जाने के बाद और दुकानों का समय सुबह 7 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक कर दिया गया, जिससे लोग खरीददारी करते समय सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं कर रहे, इसकी शिकायतें हर रोज हमें मिल रही है। इसलिए सभी शहर वासियों को अपील है कि वे खरीददारी करते समय सोशल डिस्टेसिंग का पालन जरूर करें और मास्क के बिना घर से बाहर न निकले।
सिविल सर्जन डॉ. जसमीत कौर बावा ने बताया कि कपूरथला के सर्कुलर रोड में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमित सात मरीजों का इलाज चल रहा है। छह मरीजों के मंगलवार को 14 दिन पूरे हो जाएंगे और उसके बाद उनके कोरोना टेस्ट लिए जाएंगे, नेगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुटटी दे दी जाएगी। डॉ. बावा ने कहा कि खांसी, जुकाम व बुखार होने पर नजदीकी सेहत केंद्र में जाकर उपचार करवाएं। गर्भवती महिलाएं अपनी सेहत का ध्यान रखें तथा घर से बाहर नहीं निकलें। परिवार में भी खांसी, जुकाम से पीड़ित मरीजों से दूरी बनाए रखें।