सत्य पर पहरा देना साहित्यकारों का कर्तव्य : सीचेवाल
संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी साहित्य सभा सुल्तानपुर की ओर से विख्यात लेखक स्वर्गीय अमर नाथ कौ
संवाद सहयोगी, सुल्तानपुर लोधी
साहित्य सभा सुल्तानपुर की ओर से विख्यात लेखक स्वर्गीय अमर नाथ कौस्तुंभ की याद वार्षिक समागम एक शाम, सार्थिक शायरी गायकी के नाम का आयोजन पवित्र काली बेई के किनारे किया गया। इस मौके पर मुख्यअतिथि विश्व विख्यात वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल को पद्मश्री मिलने पर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि सत्य को उजागर करना और सत्य पर पहरा देना साहित्यकारों का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि कुदरत से जुड़ना और कुदरती साधनों की संभाल की लहर में भी लेखकों का बेशकीमती योगदान है। इस मौके पर सभा की ओर से शायर कंवर इकबाल को हरभजन सिंह पंछी यादगारी अवार्ड, विख्यात लेखक रोशन खैड़ा स्टेट अवार्डी को निरंजन सिंह बजाज भाईचारिक साझ अवार्ड और होनहार छात्र जतिनजोत सिंह और छात्रा कमलजीत कौर को तिलक राज सेठी वणज ज्ञान अवार्ड से सम्मानित किया गया। गुरु नानक खालसा कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुखविंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल, सिद्धात को वास्तव में धरातल पर उतारने वाले महान पुरुष हैं इसलिए मान सम्मान यहा चलते आए हैं। कवि दरबार में कंवर इकबाल, जैलदार हंसमुख, मास्टर देस राज, तेजवीर सिंह, मास्टर सुरजीत सिंह, गुरमेल जैनपुरी, धर्म पाल पैंथर, राज कपूर, मुख्तार सिंह सहोता, जसविंदर सिंह कोट इसेखा, लोक गायक राज कपूर आरसीएफ, आदि ने कविताओं के माध्यम से समाज के विभिन्न पहलुओं पर विचार रखे। इस अवसर पर सभा के संरक्षक वरिष्ठ लेखक नरिंदर सिंह सोनिया, डॉ हरजीत सिंह, प्रधान डॉ स्वर्ण सिंह, वरिष्ठ एडवोकेट रजिन्दर सिंह राणा पूर्व प्रधान बार एसोसिएशन,वरिष्ठ पार्षद तेजवंत सिंह, मास्टर जगीर सिंह बाजवा, गुरचरन तख्तर, प्रो. गगनदीप खिंडा, मास्टर चरन सिंह, हरबंस सिंह हैबतपुर, नवरुप सिंह, राजबीर सिंह राजू, चाचा सुरजीत सिंह, बुक्कन सिंह, अमरजीत सिंह शालापुर, सुरजीत सिंह हैबतपुर, लेखाकार दियाल सिंह, जगजीत सिंह धंजू, मेनेजर बलविंदर सिंह उपस्थित थे।