मां एक शक्ति, करती है संसार का सृजन, पालन और संहार : साध्वी भाव अर्चना
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से माता रानी की भव्य चौकी का आयोजन सुल्तानपुर लोधी के प्राचीन भारा मल मंदिर के प्रांगण में किया गया।
संवाद सहयोगी, सुलतानपुर लोधी : दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से माता रानी की भव्य चौकी का आयोजन सुल्तानपुर लोधी के प्राचीन भारा मल मंदिर के प्रांगण में किया गया।
इस अवसर पर श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री भावअर्चना भारती जी ने अपने प्रवचनों में कहा कि यूं तो विश्व भर में अनेकों रूपों में शक्ति की उपासना की जाती है, लेकिन भारत देश शक्ति की उपासना का केंद्र है। वास्तव में मां एक शक्ति ही है, जो सारे संसार का सृजन, पालन और संहार करती है। श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में स्वयं देवी मां कहती हैं- वास्तव में, ब्रह्म और मैं दोनों एक ही हैं।
उन्होंने कहा कि ब्रह्म एक है, उसके सृजन एवं संहार करने की शक्ति का नाम ही दुर्गा एवं शक्ति है, जो सौंदर्य, ज्ञान, वैभव, धन-संपदा, पवित्रता, प्रेम एवं आत्मबोध की प्रतिमूर्ति है। दैत्य महिषासुर का वध कर मां ने बुराई पर अच्छाई, अज्ञान पर ज्ञान और अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश दिया।
साध्वी जी ने बताया कि प्रत्येक मानव के भीतर उस दुर्गा का वास है। हम सभी के अंदर असीमित ऊर्जा एवं शक्ति है । आज आवश्यकता है उसी शक्ति को जाग्रत करने की, तभी हम अपने भीतर के महिषासुर रूपी बुरी शक्तियों का अंत कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि ब्रह्मज्ञान रूपी खड्ग से ही हम स्वयं का कल्याण एवं समाज में फैली कन्या भ्रूण हत्या, नशा, महिला उत्पीड़न, हत्या जैसे जघन्य अपराधों का समूल नाश कर पाएंगे।
साध्वी जी ने कहा कि आज आवश्यकता है संकीर्ण मानसिकता को छोड़ ब्रह्मज्ञान को प्राप्त कर अपने भीतर की असीमित शक्तियों को जाग्रत करने की । और पूर्ण गुरु की शरणागत हुए बिना न ब्रह्म दर्शन सम्भव है। इस अवसर पर महामाई की भेटों व भजनों का सभी ने पूर्ण आनंद उठाया। इस मौके परवरिष्ठ अकाली नेता सज्जन सिंह चीमा, नगर कौंसिल प्रधान अशोक मोगरा, पूर्व प्रधान दिनेश धीर, घनश्याम धीर, पार्षद संजीव मरवाहा, नरेश कोली, जतिदर राजू, राकेश कुमार नीटू, ओमप्रकाश डोगरा, वरिदर कुमार, तरुण टकसाली, अमित, जितेंद्र थिड, मलकीत सिंह, तरसेम सिंह, जोगिदर पाल एवं गुरप्रीत सिंह आदि मौजूद थे.