Move to Jagran APP

गोदामों में उठान की बाट जोह रहा 800 करोड़ का खाद्यान्न

सुल्तानपुर लोधी के राइस मिलरों को भारतीय खाद्य निगम और भारतीय रेलवे की कथित अनदेखी के चलते संकट का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Nov 2019 09:55 PM (IST)Updated: Fri, 15 Nov 2019 09:55 PM (IST)
गोदामों में उठान की बाट जोह रहा 800 करोड़ का खाद्यान्न

संवाद सहयोगी , सुल्तानपुर लोधी : सुल्तानपुर लोधी के राइस मिलरों को भारतीय खाद्य निगम और भारतीय रेलवे की कथित अनदेखी के चलते संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसका कारण यह है कि मौजूदा धान खरीद का सत्र खत्म हो गया है और खरीद एजेंसियों ने सुल्तानपुर लोधी में करोड़ों के खाद्यान को इकट्ठा कर रखा है। मिलर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने एक प्रेस वार्ता के दौरान यह आरोप लगाए हैं। वर्तमान में खरीदे गए और गत आठ माह से एफसीआइ के गोदामों में लगभग 800 करोड़ रुपये से अधिक की कीमत के खाद्यान पड़े है। भारतीय खाद्य निगम के लिए प्रदेश की एजेंसियों ने 350 करोड़ से अधिक के धान की खरीद स्थानीय मिलर्स की ओर से मिलिग के लिए की है। यह सारा स्टॉक स्थानीय मिलर के पास खुले आसमान में पड़ा ं, जिनपर कभी भी मौसम की मार पड़ सकती है। एसोसिएशन के सदस्य दिनेश धीर, अनिल नागपाल, नरिदर नय्यर और विपन मोगला आदि ने बताया कि एजेंसियों ने अपने समझौते में 31 मार्च 2020 तक मिलर्स से एफसीआइ को चावल देने के लिए कहा है जबकि सुल्तानपुर लोधी में डिपो के पास कोई जगह नहीं है। गत मई से खाद्यान्न की कोई आवाजाही नहीं होने से यह स्थिति पैदा हो गई है। उस समय प्रकाश पर्व के कारण रेलवे स्टेशन में हुई अपग्रेडेशन के कारण यहां से खाद्यान्न को स्थानांतरित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले मालगाड़ी के रेल हेड साइट को ध्वस्त कर यात्री प्लेटफार्म बना दिया गया। नॉर्दन रेलवे फिरोजपुर डिवीजन ने मिलर्स एसोसिएशन के सचिव को पत्र लिखकर बताया है कि जिस रेल हेड साइट को ध्वस्त किया गया है उसके स्थान पर और रेल ट्रैक का निर्माण किया जाएगा और इस काम में कम से कम छह महीने लग सकते हैं। इस मौके पर अशोक धीर , नीरज धीर , तरुण मोहन पुरी , सतीश कुमार , लक्ष्य उप्पल , कुलवंत राय , घनश्याम धीर , प्रथमेश जैन ,दीक्षित धीर ,तथा मुकेश धीर आदि मौजूद थे । खराब हो जाएगी धान की गुणवत्ता

loksabha election banner

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा, अगर समय रहते भारतीय खाद्य निगम ने धान हासिल करने के लिए प्रबंध की व्यवस्था नहीं की तो संबंधित मिलरों के यहां स्टोर की गई धान की गुणवत्ता खराब हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर उदासीनता के लिए भारतीय खाद्य निगम खुद जिम्मेदार होगा। मिलरों ने बताया कि सुल्तानपुर लोधी रेलवे स्टेशन से खाद्यान्न की लोडिग की व्यवस्था पचास साल से जारी है। अब इसके लिए इन्कार कर दिया गया।

बनाया जाएगा और रेल ट्रैक

15 दिन में टेंडरिग की मंजूरी मिलते शुरू हो जाएगी लोडिंग

कपूरथला एफसीआइ के डीएम कमल किशोर ने कहा, मामला उनके ध्यान में हैं। मालगाड़ी ट्रैक अपग्रेड होने की वजह से समस्या उत्पन्न हुई है। मलसियां व शाहकोट में वैकल्पिक व्यवस्था के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है। उम्मीद है कि आगामी 15 दिन में टेंडरिग की मंजूरी मिलते ही लोडिग पर काम शुरू हो जाएगा। एसोसिएशन को घबराने की जरूरत नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.