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सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की किल्लत

सिविल अस्पताल कपूरथला मांग के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति नही हो पा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 02:18 AM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 02:18 AM (IST)
सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की किल्लत
सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की किल्लत

नरेश कद, कपूरथला

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सिविल अस्पताल में कपूरथला मांग के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडरों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इससे अस्पताल में दाखिल गंभीर मरीजों की सांसे फूलने लगी है। जिले में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है तथा हर रोज औसतन 60 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल में दाखिल हो रहे हैं। आइसोलेशन वार्डो में ऑक्सीजन सिलेंडर व सेहत सुविधाओं की कमी के चलते मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है तथा उन्हें मजबूरन निजी अस्पतालों में दाखिल होना पड़ रहा है। सरकारी व निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की कमी देखी जा रही है जिससे मरीजों की हर समय सांसें अटकी रहती है। सिविल अस्पताल के डॉक्टर कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को जालंधर रैफर कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाते है।

मरीज बढ़ने से ऑक्सीजन सिलेंडर की बढ़ी खपत

कोरोना के मरीज बढ़ने से ऑक्सीजन की खपत में भी वृद्धि हुई है। सरकारी अस्पतालों में तो ऑक्सीजन का कई बार स्टॉक पहुंच जाता है लेकिन निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो रही है। अस्पताल दस ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग करते हैं तो उन्हें पांच ही मुहैया करवाए जा रहे हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है। तीन सौ रुपये में मिलने वाला ऑक्सीजन सिलेंडर अब 400 रुपये में मिल रहा है। सिविल सर्जन डॉ. जसमीत बावा का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। उन्होंने अपने पास एक सप्ताह तक का पूरा स्टॉक रखा हुआ है। पहले सिविल अस्पताल में रोजाना कोरोना के 15 से 20 मरीज दाखिल होने के लिए आते थे। अब 50 से 100 मरीज आ रहे हैं। इससे प्रदेश सरकार के साथ-साथ सेहत विभाग के भी हाथ पैर फूलने लगे हैं। गंभीर मरीजों को सांस लेने के लिए ऑक्सीजन दी जाती है लेकिन सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत है। कुछ दिन पहले सिविल अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज आक्सीजन के बिना तड़पता रहा जिसे बाद में जालंधर रैफर कर दिया गया। मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण ऑक्सीजन की किल्लत देखने को आम मिल रही है लेकिन मामले को लेकर सेहत विभाग मानने को तैयार नही है। कपूरथला सिविल अस्पताल में लगभग एक महीने में 200 आक्सीजन सिलेंडर की खपत बताई जा रही है। इसके बावजूद मरीजों को ऑक्सीजन ना मिलने के कारण निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। जलंधर से मिलने वाली ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति काफी कम चल रही है। निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की करने वाले डीलरों ने आक्सीजन की काफी कमी बताई जा रही है जिसके चलते सप्लाई नहीं दी जा रही है। शहर निवासी विपन कुमार, जतिदर कुमार, विजय छाबड़ा, अनिल कुमार, राजेश कुमार, दिनेश गुप्ता, सुनील कुमार, निशांत सिगानिया, यशपाल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह व सेहत मंत्री से अपील करते हुए कहा है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को दूर किया जाए। अस्पताल में दवाइयां, बेड, दर्जा चार कर्मियों की कमी पूरी की जाए।

अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं : एसएमओ

इस सबंध में सिवल अस्पातल के एसएमओ डा. तारा सिंह से बातचीत की गई तो उन्होने कहा कि अस्पताल में आक्सीजन की कोई भी कमी नही है। हर महीने अस्पताल को 200 सिलेंडर सरकार द्वारा भेजे जा रहे है। ताकि कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी के मरी•ाो को बचाया जा सके। रही बात दवाईयों और स्टाफ की तो उस बारे सरकार को लिखा गया है। जल्द ही खाली पोस्टों को भर दिया जाएगा।


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