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नोटबंदी से छोटे कारोबार व स्माल स्केल इंडस्ट्री को नुकसान

नोटबंदी के दो साल होने पर कांग्रेस द्वारा शुक्रवार को जिला स्तर पर विशाल धरना दिया गया, कांग्रेस जिला अध्यक्ष जो¨गदर ¨सह मान की अगुवाई में चार तहसीलों के कांगेसियों ने जिला मुख्यालय पर दिए धरने दौरान मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नोटबंदी ने देश के माध्यम वर्ग और छोटे कारोबार व समाल स्केल इंडस्टरी की कमर तोड़ कर रख दी है। नोटबंदी के कारण अनेक लोगों को जान गवानी पड़ी और इससे देश की अर्थव्यवस्था भी चौपट हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 08:08 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 08:08 PM (IST)
नोटबंदी से छोटे कारोबार व स्माल स्केल इंडस्ट्री को नुकसान
नोटबंदी से छोटे कारोबार व स्माल स्केल इंडस्ट्री को नुकसान

जागरण संवाददाता, कपूरथला : नोटबंदी के दो साल होने पर कांग्रेस पार्टी की ओर से शुक्रवार को जिला स्तर पर विशाल धरना दिया गया। जिला अध्यक्ष जो¨गदर ¨सह मान की अगुआई में चार तहसीलों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर दिए धरने दौरान मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नोटबंदी ने देश के माध्यम वर्ग और छोटे कारोबार व समाल स्केल इंडस्टरी की कमर तोड़ कर रख दी है। नोटबंदी के कारण अनेक लोगों को जान गंवानी पड़ी और इससे देश की अर्थव्यवस्था भी चौपट हो गई है।

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जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला प्रधान व साबका मंत्री जो¨गदर ¨सह मान की अध्यक्षता में पुरानी कचहरी परिसर के बाहर दिए गए इस धरने को संबोधित करते हुए जिला प्रधान जो¨गदर ¨सह मान व सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज ¨सह चीमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीन मुद्दों को मुख्य रखते हुए भारत की करंसी बदलने का एलान किया था। उक्त मुद्दों में आतंकवादी को होने वाली फं¨डग रोकना, काला धन खत्म करना व बाजार में बड़े स्तर पर चल रहे 500 व 1000 के नकली नोटों को खत्म करना था। प्रधानमंत्री मंत्री ने दावा किया था कि नोटबंदी से देश को नुकसान पहुंचा रही उक्त तीनों चीजों का मुकम्मल खात्मा हो जाएगा।

विधायक चीमा ने कहा कि  9 नवंबर  2016 से 15.44 लाख करोड़ रूपये की करंसी को बैन कर दिया गया था। हमे अपने ही पैसे बैंकों से नई करंसी में तब्दील करवाने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़। आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार 15.44 लाख करोड़ रुपये की कुल करंसी में से 15.31 लाख करोड़ रुपये बैंकों में आ गए। उन्होंने कहा कि नई करंसी की छपाई पर 7965 करोड़ रूपये खर्च हुए। जिसका सीधा मतलब निकलता है कि लगभग सारी ही करंसी जो मार्केट में थी वह बैंकों में आ गई। प्रधानमंत्री मोदी के फरमान से व्यापारी, नौकरीपेशा, दिहाड़ीदार, नौजवान, बजुर्ग, महिलाएं व बीमार हर वर्ग के लोगों को बैंकों की लाइनों में लगने के लिए मजबूर होना पड़ा। कई व्यापार पूरी तरह से ठप हो गए।

जो¨गदर ¨सह मान ने कहा कि नोटबंदी के फैसले से देश की जीडीपी 1.5 प्रतिशत कम हो गई जोकि देश की अर्थ व्यवस्था का भारी नुकसान है। करीब 100 नागरिकों की बैंकों व एटीएमों की लाईनों में खड़े मौत हो गई। उक्त मौतों के लिए भी मोदी का नादरशाही फरमान जिम्मेदार था। मान ने कहा कि अर्थ व्यवस्था का बुरा हाल है। पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमत कम नहीं हुई और महंगाई चरम सीमा पर है। इन सबके लिए सीधे रूप में पीएम मोदी जिम्मेदार है। इस अवसर पर ब्लाक कांग्रेस देहाती अध्यक्ष फगवाड़ा दलजीत ¨सह राजू, गुरदीप ¨सह बिशनपुर, कांग्रेस एससी सैल जिला चेयरमैन त¨जदर भंडारी, जिला कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष सुभाष भार्गव, रोशन लाल सभ्रवाल, जिला कांग्रेस प्रवक्ता सु¨रदरनाथ मड़िया, चरणजीत ¨सह हंस, कांग्रेस नेता गुरजीत वालिया, मीनाक्षी वर्मा, विनोद सूद, दर्शन चीमा, विजय खन्ना, हरप्रीत घई, भावुक सेन, मनजीत ¨सह,  गुरप्रीत गोपी, पवन सूद, भुलत्थ से रणजीत राणा, प्रीतम, श्रीनिवास कुक्कू, बाबा विजय कुमार, म¨हदर ¨सह, निशान ¨सह, बलराम ¨सह, सोमनाथ, समराज, परमजीत, बब्बू खैहरा, र¨वदर रवि, गुरमेल ¨सह चाहल, निशान ¨सह, बलबीर ¨सह, अमन ¨सह, प्रभ, बल¨वदर, स¨तदर चीमा, मुख्तयार, बिक्का, बग्गा, बल¨वदर, दीपा, कृष्ण लाल,  सतबीर साबी, दर्शन लाल, नव¨जदर, हरदीप, राम सांपला,  सीता देवी शामिल थे।


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