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आइसोलेशन वार्ड में न सफाई, न पीने के लिए पानी

सरकारी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज की तरफ कोई ध्यान नही दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 12 Sep 2020 02:00 AM (IST)Updated: Sat, 12 Sep 2020 02:00 AM (IST)
आइसोलेशन वार्ड में न सफाई, न पीने के लिए पानी
आइसोलेशन वार्ड में न सफाई, न पीने के लिए पानी

जागरण संवाददाता, कपूरथला कोरोना महामारी से बचने के लिए सरकार की ओर से टेस्ट करवाने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन सरकारी अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज की तरफ ध्यान नही दिया जा रहा है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।

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सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड की हालत बदतर है। सीरिज को नष्ट किए बिना ही वार्ड में फेंका जा रहा है। मरीजों को खुद सफाई करनी पड़ती है। वार्ड में पीने के लिए साफ पानी भी उपलब्ध नही है। ऐसे हालातों से तंग आकर वीरवार को कोरोना पाजिटिव महिला मरीज इंद्रावती आइसोलेशन वार्ड से भाग निकली जिससे अस्पताल प्रशासन देर शाम तक बेखबर बना रहा।

सिविल अस्पतालों में स्टाफ सदस्यों की कमी है तथा सुविधाओं का अभाव है। सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में वीरवार को नडाला से एक कोरोना पाजिटिव मरीज दाखिल हुआ। मरीज को सांस लेने में तकलीफ थी तथा उसने आक्सीजन की मांग की थी अस्पताल का स्टाफ खाली सिलेंडर रख गया। आक्सीजन का सिलेंडर अगले दिन आया। किसी तरह से मरीज की जान बच गई।

आइसोलेशन वार्ड में उपचाराधीन मरीजों का कहना है कि वार्ड में पीने के लिए पानी की व्यवस्था नही है। वार्ड की सफाई भी सही तरीके से नहीं की जाती है। मरीजों को खुद सफाई करनी पड़ रही है। बिस्तरों के आस पास भी सफाई नही होती और इस्तेमाल की गई सिरिच को नष्ट किए बिना ही अंदर फेका जा रहा है। दिन में सिर्फ एक बार डॉक्टर आता है और बीपी और पल्स की जांच होती है। मरीजों को खाना समय पर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि वार्ड के आस पास भी सफाई का बुरा हाल है। हर तरफ गंदगी फैली रहती है जिससे मरीज ठीक होने की बजाए ओर बीमार हो रहे है।

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. जसमीत बावा से उनके मोबाइल पर कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन उठाना जरुरी नही समझा।

आइसोलेशन वार्ड से महिला मरीज हुई फरार

सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में उपचाराधीन कोरोना संक्रमित महिला फरार हो गई। बताया जाता है कि महिला शुक्रवार को करीब तीन बजे अपने कपड़े आदि उठाए और चुपके से निकल गई। उधर, सिविल अस्पताल का प्रशासन इससे बेखबर था। आइसोलेशन वार्ड के इंचार्ज डॉ. मोहन प्रीत सिंह ने कहा कि सुरक्षा ढीली होने की वजह से महिला भागने में कामयाब हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है।


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