तीज पर महिलाओं ने डालीं गिद्दा- बोलियां
कपूरथला के नजदीकी गाव गौरे की मुटियारों, औरतों व स्कूल की अध्यापकों द्वारा नौजवान पीढी को पुरातन सभयाचारक व विरसे के साथ जोडने के उद्देशय से तीज का त्योहार बडे ही उत्साह से मनाया गया। इस दौरान महिलाओं व ओरतों व अध्यापकों ने एक्टठे होकर पुरातन सभ्याचारक व विरसे से संबंधित बोलिया व पंजाबी लोक नाच गिद्दा पाया। वहां ही एक दोरान मुटियारें की ओर से नौजवान पीढी को पच्छमी सभ्यता की ओर आर्किशत होने कारण पंजाबी फूलकारी व पंजाबी पहरावे को पहन कर पंजाब के पुराने विरसे संबंधी नौजवान पीढी व समाज को जागरुक किया गया। इस दौरान स्कूल अध्यापक अमनदीप कौर, बखशिन्द्र कौर, खुशदीप कौर, परमजीत कौर, रजवंत कौर, रजनीत कौर, मनजोत कौर, वनकीतर कौर, बलवीर कौर, वरिन्द्र कौर, परमिन्द्र कौर आदि उपस्थित थी।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : जिले के गौरे गांव की मुटियारों, महिलाओं व स्कूल की अध्यापकों की ओर से युवा पीढी को पुरातन सभ्याचारक व विरासत के साथ जोड़ने के उद्देश्य से गांव में तीज का त्योहार उत्साह से मनाया गया। इस दौरान महिलाओं व अध्यापकों ने पंजाबी सभ्याचार व विरसे से संबंधित बोलियों पर गिद्दा व भंगड़ा डाल कर समां बाधा। इस दौरान मुटियारें की ओर से नौजवान पीढी को पश्चमी सभ्यता की ओर आकर्षित होने से रोकने के लिए पंजाबी फूलकारी व पंजाबी पहनावे को पहन कर पंजाबी ठाठ बाठ का परिचय दिया गया। इस दौरान स्कूल अध्यापक अमनदीप कौर, बखशिन्द्र कौर, खुशदीप कौर, परमजीत कौर, रजवंत कौर, रजनीत कौर, मनजोत कौर, वनकीतर कौर, बलवीर कौर, वरिन्द्र कौर, परमिन्द्र कौर आदि उपस्थित थी।