विरासती शहर में पाबंदी के बावजूद बिक रहा पॉलीथिन
पर्यावरण व प्रदूषण सीर्वेज बंद व पशुओं के लिए प्लास्टिक लिफाफा नुकसानदायक है। यह नष्ट नहीं हो पाता।इसलिए पंजाब सरकार द्वारा प्लास्टिक लिफाफे के हो रहे नुकसान को देखते हुए हिमाचल की तर्ज पर पंजाब में भी प्रतिबंधित किया गया है लेकिन इसे सख्ती से लागू नहीं किया जा रहा है। इसके कारण धड़ल्ले से इसका इस्तेमाल हो रहा है।यही नहीं प्लास्टिक के
नरेश कद, कपूरथला।
पॉलीथिन के उपयोग से पर्यावरण प्रदूषित होता है। पॉलीथिन सीवरेज के नालों को जाम कर देता है तथा यह नष्ट नहीं हो पाता। इसलिए पंजाब सरकार की ओर से पॉलीथिन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई है। जिला प्रशासन सरकार के आदेश को सख्ती से लागू करने में विफल रही है जिसके चलते विरासती शहर में धड़ल्ले से पालीथिन का इस्तेमाल हो रहा है। यही नहीं प्लास्टिक के लिफाफों के विकल्प को भी बढ़वा नहीं दिया जा रहा है। लोग प्रशासन से इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे है। लोगों का कहना है कि जब तक पॉलीथिन के प्रति प्रशासन गंभीर नहीं होगा तब तक प्रदूषण से मुक्ति नहीं मिल सकती है। पंजाब सरकार द्वारा पॉलीथिन के लिफाफे पर प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन वह अभी तक लागू नहीं हो पाया है। असल में प्रतिबंध तभी लग सकता है जब तक प्रशासन इसका इस्तेमाल करने वालों के साथ सख्ती से पेश नहीं आएगा। अभी तक प्रशासन की ओर से सख्ती देखने को नहीं मिली है। यही कारण है कि यह प्रतिबंधित लिफाफे खुलेआम बिक रहे हैं।
शहर निवासियों का कहना है कि पंजाब सरकार द्वारा जब पॉलीथिन के लिफाफों पर प्रतिबंध लगाया गया है तो इन लिफाफों को बेचने की इजाजत क्यों दी जा रही है। अभी तक पंजाब सरकार इन प्रतिबंधित लिफाफों का विकल्प नहीं ढूंढ पाई। सरकार को पालीथिन की बिक्री करने वालों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
पालीथिन का उपयोग से प्रदूषित हो रहा पर्यावरण
प्लास्टिक के लिफाफे का इस्तेमाल करने से पर्यावरण तो प्रदूषित होता ही है इसके साथ ही शहर में गंदगी फैलती है। प्लास्टिक लिफाफे को नष्ट होने में हजारों साल लग जाते हैं। इस कारण पर्यावरण तो दूषित हो ही रहा है साथ में लोगों को बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के छोटे और बड़े दुकानदार अभी तक प्रतिबंधित लिफाफे का ही उपयोग करते हैं। अगर हम सब मिलकर प्रशासन का साथ दें तो इससे निजात पाई जा सकती है। पर्यावरण को बचाने के लिए हमारा अपना भी कुछ फर्ज बनता है। घर से बाहर जाते समय हमें अपने साथ कपड़े का थैला रखना चाहिए।
विरासती शहर में नगर कौंसिल की टीम खानापूर्ती के लिए दुकानों पर छापामारी करती है। कुछ दुकानदारों व रेहड़ी वालों का चालान काट कर लिफाफे भी जब्त कर लिया जाते है। इसके बावजूद भी दुकानदार कुछ ही समय पश्चात फिर से पालीथिन के का उपयोग करने लग जाते है। प्रशासन को दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।
पॉलीथिन बेचने वाले दुकानदारों पर होगी कड़ी कार्रवाई : ईओ
जब संबंध में नगर कौंसिल के ईओ कुलभूषण गोयल से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि कई बार नगर कौंसिल की टीम ने मुहिम चलाकर दुकानों से पॉलीथिन बरामद किया है। दुकानदारों का चालान भी काटा गया है। इसके बावजूद भी दुकानदार पॉलीथिन का उपयोग करते हैं तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।