गलत खानपान व तनाव ब्लड प्रेशर की वजह : डॉ. रवजीत
खाने पीने के गलत ढंग व तनावपूर्ण जीवन शैली के चलते आज अधिकतर लोग ब्लड प्रेशर की समस्या के साथ पीड़ित है।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : खाने पीने के गलत ढंग व तनावपूर्ण जीवन शैली के चलते आज अधिकतर लोग ब्लड प्रेशर की समस्या के साथ पीड़ित है। जीवन शैली में सुधार कर और संतुलित आहार लेकर इससे बचाव किया जा सकता है। उक्त शब्दों का प्रगटावा वीरवार को सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. अजीत ¨सह ने विश्व हाइपरटेंशन दिवस के मौके आयोजित जागरूकता प्रोग्राम के दौरान कहे।
सिविल सर्जन डॉ. बलवंत ¨सह के दिशा-निदेशों पर आयोजित इस प्रोग्राम के दौरान मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. रवजीत ¨सह की ओर से मरीजों को हाई ब्लड प्रेशर के कारणों व उससे बचाव संबंधित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 130-80 को नार्मल ब्लड प्रेशर माना जाता है। यदि इससे पहले अधिक है तो व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की श्रेणी में माना जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि हाई ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट अटैक, गुर्दे का फेल होना और काला मोतियां होने का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने इसको साइलेंट किलर भी कहा।
डॉ. रवजीत ¨सह ने उपस्थित सदस्यों को कहाकि नो स्मो¨कग को जीवन का मूल मंत्र बनाना चाहिए। साथ ही दिन में 5 बार फल और सब्जियां खाएं। रोजाना एक हजार कदम चलने की आदत अपनाए और बॉडी मास इंडेक्स को 25 से कम रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि शारीरिक गतिविधियों व कसरत की कमी भी हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनती है। उन्होंने बच्चों को बचपन में ही शारीरिक गतिविधियां करवाने, जैसे कि खेल खेलने आदि की आदत बनाने के लिए प्रेरित किया। डॉ. रवजीत ¨सह ने ब्लड प्रेशर की गोली को लेकर लोगों में प्रचलित गलत धारणाओं को स्पष्ट करते हुए कहाकि लोग कई बार ब्लड प्रेशर की गोली को बिना डाक्टरी सलाह से इसको छोड़ देते है कि इसकी आदत पूरी आयु तक पड़ जाएगी। जबकि सच्चाई यह है कि यह सुरक्षित है। उन्होंने बीपी की गोली की तुलना फिक्सड डिपाजिट के साथ की और कहा कि जिस प्रकार फिक्सड डिपाजिट भविष्य में जाकर मानव के जीवन को सुरक्षा प्रदान करता है। ठीक उसी प्रकार डाक्टरी सलाह के साथ ली गई बीपी की गोली भविष्य में जाकर सेहत को सही रखती है और लाभदायक होती है। इस अवसर पर डॉ. मोहनप्रीत ¨सह, जिला मास मीडिया अफसर परमजीत कौर, डिप्टी मास मीडिया अफसर नीलम कुमारी व अन्य सदस्य उपस्थित थे।