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पर्यावरण संरक्षण के लिए वैटलैंड को बचाना बहुत जरूरी : ग्रोवर

साइंस सिटी के डायरेक्टर डॉ. राजेश ग्रोवर ने कहा कि वैटलैंड की संभाल करना बहुत जरूरी है। अगर अब भी देरी की तो फिर बहुत ज्यादा देर हो जाएगी और इसके नतीजे इंसान के लिए बेहद घातक साबित हो सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Feb 2019 05:59 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 03:08 AM (IST)
पर्यावरण संरक्षण के लिए वैटलैंड को बचाना बहुत जरूरी : ग्रोवर
पर्यावरण संरक्षण के लिए वैटलैंड को बचाना बहुत जरूरी : ग्रोवर

जागरण संवाददाता, कपूरथला : साइंस सिटी के डायरेक्टर डॉ. राजेश ग्रोवर ने कहा कि वैटलैंड की संभाल करना बहुत जरूरी है। अगर अब भी देरी की तो फिर बहुत ज्यादा देर हो जाएगी और इसके नतीजे इंसान के लिए बेहद घातक साबित हो सकते हैं।

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साइंस सिटी में शनिवार को विश्व वैटलैंड दिवस मौके पर करवाए गए समागम में डॉ. राजेश ग्रोवर बोल रहे थे। ग्रोवर ने कहा कि पंजाब में 12 कुदरती और मनुष्य द्वारा बनाई गई 9 जलगाह है। इनकी खूबसूरती और रख रखाव की ओर अधिक ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैविक विभिन्नता और वातावरण के संतुलन को बनाए रखने के लिए जलगाहों और इनकी देख भाल होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि जंगलों की कटाई, उद्योगों के बढ़ने, बिना योजना के शहरीकरण एवं नाजायज निमार्ण के कारण पहले ही 35 प्रतिशत जलगाहें पिछले 35 सालों में खत्म कर चुकी है। इसके अलावा बहुत सारी जलगाहों नालियों का रूप धारण कर चुकी हैं। उन्होंने लुधियाना के बूढे नाले की ताजी उदहारण देते बताया कि यह नाला कभी दरिया की तरह बहता था पर अब बीते कुछ समय से लगातार उद्योगों की गंदगी का जलवाहक बना हुआ है, जिसके परिणाम स्वरुप यहा के लोगों का जीना मुश्किल हो चुका है। लोग आए दिन कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। स्थानीय निकाय विभाग की ओर से भी यह देखा गया है। फैक्ट्रियों की ओर से लगातार गंदा पानी इस नाले में फेंकी जा रही है। स्थानीय सरकार विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक लुधियाना के तीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लाटों का सारा गंदा पानी रोजाना ही इस नाले में जाता है।

जिला जंगलात अधिकारी कनवरदीप ¨सह ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में बताया। उन्हेांने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए के लिए पंजाब के जंगलों में रकबा बढाया जा रहा है, इसलिए विभाग की ओर से घर-घर हरियाली योजना तहत पंजाब के हर गांव को 550 पौधे दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरीके जलगाह जो पंजाब का गौरव है, इस साल यहां सीरिया तथा अन्य देशों से लगभग 1 लाख के करीब प्रवासी पंक्षी पहुचे हैं, इसलिए सैर सपाटे के लिए यह जलगाह लोगों का पसंद का स्थान बन चुका है। उन्होंने कहा कि जलगाहें एक तरह के साथ पूरे विश्व के लिए इसंान के शरीर के गुर्दे की तरह काम करती है।

इस मौके पर करवाए गए पेटिंग मुकाबले में पहला स्थान सरकारी सीनियर सेकेंड्री स्कूल की राम प्यारी ने जीता दूसरा कमला नेहरू सीनियर सेकेंड्री स्कूल फगवाडा की दमन प्रीत कौर और तीसरा डीएवी हाई स्कूल कपूरथला के अंकूश ने हासिल किया। भाषण मुकाबले में कमला नेहरू पब्लिक स्कूल सोमजीत पहले और आर्य माडल स्कूल फगवाड़ा की कोमल प्रीत दूसरे व श्री गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल कपूरथला की प्रीत तीसरे स्थान पर रही।


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