पुरानी पेंशन स्कीम लागू करे सरकार
क्लेरिकल कर्मियों ने फगवाड़ा में कामकाज बंद रखा।
संवाद सहयोगी, कपूरथला : पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विसे यूनियन, यूटी कर्मचारी व पेंशनर्स संयुक्त फ्रंट के आह्वान पर बुधवार को सातवें दिन भी क्लेरिकल कर्मियों ने कामकाज बंद रखा। जिला प्रधान सतबीर सिंह ने कहा कि बीते दिनों राज्य सरकार ने कोरोना महामारी की आड़ में कर्मचारी विरोधी फैसले लिए है।
उन्होंने कहा कि साल 2004 व उसके बाद भर्ती हुए कर्मचारियों की पेंशन बंद कर दी गई है जबकि विधायक व सांसद आज भी पुरानी पेंशन स्कीम की सुविधा ले रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में पहले से कार्य कर रहे ठेका कर्मचारियों को रेगुलर करने की बजाए नई भर्ती की जा रही है। कर्मचारियों के मोबाइल भत्ते काटे गए जबकि राज्य सरकार का हर विधायक व सांसद 15 हजार रुपये प्रति माह भत्ता ले रहा है। महंगाई भत्ते की चार किश्त व उनके बकाए की अदायगी न करने से सरकार कर्मचारियों व पेंशनर्स का करोड़ों रुपये दबाकर बैठी है। जिला महासचिव संगत राम ने कहा कि सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों से कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि सभी कर्मचारी विरोधी फैसले रद कर पुरानी पेंशन स्कीम लागू किया जाए। ठेके पर काम कर रहे कर्मचारियों की सेवाएं रेगुलर की जाए। महंगाई भत्ते की सभी किश्तें जारी की जाए और पंजाब के छठे वेतन कमिशन की रिपोर्ट तुरंत लेकर लागू की जाए। इस अवसर पर नरिदर सिंह चीमा, मनोहर सिंह, सतपाल भट्टी, सवरणजीत, हरमिदर कुमार, मनदीप सिंह, नरिदरसिंह, चरणजीत सिंह मौजूद थे।