गंदगी के कारण लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर
वरिदर नगर और प्रोफेसर कॉलोनी के रिहायशी इलाके के पास बने निगम के डंप के बाहर लगे गंदगी के ढेर के कारण इसके आस-पास रह रहे लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं।
संसू, फगवाड़ा : वरिदर नगर और प्रोफेसर कॉलोनी के रिहायशी इलाके के पास बने निगम के डंप के बाहर लगे गंदगी के ढेर के कारण इसके आस-पास रह रहे लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं। आलम यह है कि इस गंदगी पर हर समय आवारा पशु मुंह मारते हैं। इसकी बदबू घरों में जाकर लोगों को मुंह पर कपड़ा ढापने पर मजबूर कर देती है। क्षेत्र वासियों के अनुसार निगम द्वारा रिहायशी इलाके में बने इस कूड़े के डंप को हटाने के लिए कई बार लिखित रूप में पत्र दिए गए हैं, लेकिन कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है।
क्षेत्रवासी श्याम शर्मा, राजकुमार, काला राम, सुंदर, सुरेंद्र, सुरजभान, हरिपाल, दलबीर नम्बरदार आदि ने बताया कि वरिदर नगर और प्रोफेसर कॉलोनी के रास्ते (वरिदर पार्क के सामने) बना कूड़े का डंप लोगों की परेशानी का कारण बन रहा है। उन्होंने बताया कि यहां हर समय गंदगी के ढेर लगे रहते है। जिसके चलते आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम के चलते डंप में पड़ा कूड़ा सड़ने लगता और डंप से आ रही बदबू के चलते घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है। क्षेत्र वासियों ने बताया कि डंप में लगे कूड़े के ढेर लोगों के लिए बीमारी का न्योता दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह डंप आवारा पशुओं की शरण स्थली बनकर रह गया है। लोगों ने प्रशासन से माग की है कि इस निगम प्रशासन लोगों के स्वास्थ्य और उनकी परेशानियों को ध्यान में रखते हुए इस डंप को यहां से हटकर शहर के बाहर वाले हिस्से में स्थापित करें और उन्हे गंदगी से निजात दिलाई जाए।