NGT की रोक के बावजूद बाबा नानक की पवित्र बेई में फेंका जा रहा गंदा पानी
NGT के आदेशों के बावजूद निगम शहर का पानी बिना ट्रीट किए काली बेई में फेंक रहा है। इसी काली बेई में प्रकाश पर्व पर देश विदेश से आने वाली संगत स्नान करेगी।
कपूरथला [हरनेक सिंह जैनपुरी]। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर देश-विदेश से आने वाली संगत को अच्छा संदेश देने की तैयारियों में सरकार और संगत ने पूरी ताकत लगा दी है, लेकिन नगर निगम कपूरथला व प्रशासन इस पर गंदा पानी फेरने में जुटा है। NGT के आदेशों के बावजूद निगम शहर का पानी बिना ट्रीट किए काली बेई में फेंक रहा है। इसी काली बेई में प्रकाश पर्व पर देश विदेश से आने वाली संगत स्नान करेगी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की सख्त हिदायत के बाद भी काली बेई में कपूरथला शहर के सीवरेज का गंदा पानी फेंका जा रहा है।
NGT की निगरान कमेटी के चेयरमैन जस्टिस जसप्रीत सिंह ने प्रशासन को सख्त हिदायत दी थी कि 550वें प्रकाशोत्सव पर देश-विदेश से संगत काली बेई में श्रद्धापूर्वक स्नान करेगी। बेई में गंदा पानी बहना बंद नहीं हुआ तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। इसके बावजूद नगर निगम गंदा पानी बेई में बहाया जा रहा है।
RCF (रेल कोच फैक्ट्री) के बाहर स्थित कॉलोनियों के अलावा डोगरावाल, ढडिया, चार चक्क, नानकपुर गांवों का सीवरेज का पानी भी बेई में बहाया जा रहा है। यही नहीं होशियारपुर जिले के गांव परेज रोलिया, प्रेमपुर, बधाइया, अहमदपुर का गंदा पानी भी बेई में गिर रहा है। होशियारपुर जिले के गांव टेरकियाणा से शुरू होने वाली 165 किलोमीटर लंबी काली बेई सतलुज और ब्यास दरिया के साथ हरीके पत्तन में मिलती है।
पिछले करीब छह साल से कपूरथला शहर का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बंद पड़ा है। पूरे शहर का दूषित पानी बिना ट्रीट किए बेई में जा रहा है। बेई का पानी इतना दूषित हो चुका है कि उससे लोग कई भयानक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। काली बेई के आसपास बसे करीब 170 गांवों का धरती के नीचे का पानी भी दूषित हो चुका है। बेगोवाल, भुलत्थ, टांडा और दसूहा आदि में ट्रीटमेंट प्लांट लग चुके हैं और ठीक से काम भी कर रहे हैं लेकिन कपूरथला का ट्रीटमेंट प्लांट नगर कौंसिल और सीवरेज बोर्ड के बीच फंसा रहा। अब नगर कौंसिल की जगह पर नगर निगम बन गया है।
जिम्मेदार अधिकारियों पर हो आपराधिक केस : सीचेवाल
संत बलबीर सिंह सीचेवाल का कहना है कि ऐसा घिनौना अपराध करने वाले अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज होना चाहिए। NGT कई बार हिदायत दे चुकी है लेकिन इन पर कोई असर नहीं है।
प्रशासन गंभीर, जल्द निकलेगा हल : डीसी
डिप्टी कमिश्नर डीपीएस खरबंदा का कहना है कि जिला प्रशासन काली बेई को लेकर बहुत गंभीर हे। जल्द समस्या का हल निकाला जा रहा है।
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