राजोआणा की फांसी को उम्रकैद में बदलना दुर्भाग्यपूर्ण
राजोआणा की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण है।
संवाद सूत्र, फगवाड़ा : अखिल भारतीय हिन्दू सुरक्षा समिति ने केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा पंजाब के भूतपूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआणा की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। शुक्रवार को यहां बातचीत में समिति के प्रदेश सचिव मनु प्रभाकर, जिला चेयरमैन हरिओम शर्मा (प्रदेश उप प्रचार प्रमुख श्री हिन्दू तख्त) के अलावा अखिल भारतीय हिन्दू स्टूडेट फेडरेशन के जिला प्रधान रजत भारद्वाज ने कहा कि मोदी सरकार के अलावा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह तथा बादल परिवार में राजोआणा की फांसी की सजा माफ करवाने का श्रेय लेने की होड़ लगी है जो बहुत ही शर्मनाक तथा आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली बात है। उन्होंने कहा कि यह सब तब हो रहा है जब राजोआणा को बेअंत सिंह के साथ 16 अन्य निर्दोष लोगों की हत्या करने का कोई पश्चाताप नहीं है। एक तरफ मोदी सरकार आतंकवाद से किसी तरह का समझौता न करने की बात करती है तो वहीं दूसरी तरफ एक कुख्यात आतंकवादी जिस पर 1995 में उस समय के पदासीन मुख्यमंत्री सहित 17 लोगों की हत्या का आरोप सिद्ध हो चुका है, उसे क्षमा दान दे दिया गया। इस निर्णय से खालिस्तानी आतंकवादियों का हौसला बढ़ेगा। पंजाब पर जो आतंकवाद के बादल पहले से ही मंडरा रहे है वे और गहरे होंगे। उन्होंने मोदी सरकार से फैसला वापस लेने और मुख्यमंत्री अमरिदंर सिंह व बादल परिवार से ऐसी घिनौनी राजनीति से गुरेज करने की मांग की है।