दुल्हन बनने से पहले ही ससुराल वालों को लगा डाला 13.5 लाख का चूना
पहली शादी का सच छिपाकर एनआरआइ (फ्रांस) लड़के की गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में फोटो से रोका करके दुल्हन बनने से पहले ही लड़की ने होने वाले सुसराल परिवार को 13.50 लाख रुपये का चूना लगा दिया।
महेश कुमार, कपूरथला
पहली शादी का सच छिपाकर एनआरआइ (फ्रांस) लड़के की गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में फोटो से रोका करके दुल्हन बनने से पहले ही लड़की ने होने वाले सुसराल परिवार को 13.50 लाख रुपये का चूना लगा दिया। यह ठगी की पूरी कहानी फिल्मी है। कहानी का सूत्रधार और कोई नहीं फ्रांस में रहता लड़की का भाई ही है, जिसने पहले फ्रांस में ही रहते लड़के को कपूरथला का होने का ही फायदा उठाकर दोस्त बनाया। फिर पंचायती तलाकशुदा अपनी बहन की शादी का प्रस्ताव रखा और भारत में बहन का रिश्ता दोस्त के घर भिजवा दिया।
इस ठगी के तरीके से खुद थाना सुल्तानपुर लोधी की पुलिस भी हैरान है। डीए लीगल की सलाह के बाद लड़की, उसके फ्रांस में रहते भाई, माता-पिता और मामा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है।
एसएसपी सतिंदर सिंह को दी गई शिकायत में अजीत सिंह निवासी गांव नई आबादी अल्लादाद चक्क सुल्तानपुर लोधी (कपूरथला) ने बताया कि उसका बेटा कुलविदर सिंह फ्रांस में रहता है। फ्रांस में उसे हरप्रीत सिंह मिला जो कि गांव परमजीतपुर सुल्तानपुर लोधी रहने वाला है। एक ही क्षेत्र का निवासी होने के चलते हरप्रीत सिंह ने उससे दोस्ती कर ली। दोस्ती के नाते हरप्रीत सिंह उनसे भी बातचीत करने लगा। एक दिन हरप्रीत सिंह ने उसके बेटे को अपनी बहन अमनदीप कौर की शादी उससे करने का प्रस्ताव रखा और भारत में अपने (हरप्रीत) पिता सुखदेव सिंह, माता बलविदर कौर निवासी गांव परमजीत पुर और मामा रणजीत सिंह को उनके घर भेज दिया। उन्होंने अपने बेटे कुलविदर सिंह से सलाह करने की हामी भर दी।
10 अगस्त 2016 को गुरुद्वारा श्री बेर साहिब के दीवान हाल में अमनदीप कौर की शादी कुलविदर सिंह की फोटो रखकर पक्की कर दी। यह रिश्ता करीब तीन साल तक चलता रहा। एक दिन सुखदेव सिंह, उसकी पत्नी बलविदर कौर व मामा रणजीत सिंह ने कहा कि वह अमनदीप कौर को फ्रांस भेजना चाहते हैं। उसका वीजा लगवाने के लिए मदद करें।
शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने सात सितंबर 2106 को दो लाख रुपये का चेक काटकर दे दिया। इसके अलावा फ्रांस से उनके बेटे कुलविदर सिंह ने जुलाई-2017 से अगस्त 2018 तक अलग-अलग तिथि पर यूरो करंसी करीब 11 लाख 34 हजार रुपये आरोपितों को भेजे।
पीड़ितों का आरोप, लड़की के भाई ने रची साजिश
इस दौरान वह उसका फ्रांस जाने का वीजा अप्लाई करते रहे लेकिन वह रिफ्यूज होता रहा। उन्हें पता चला कि अमनदीप कौर शादीशुदा है और उसका पहले विवाह 21 फरवरी 2010 में करतारपुर निवासी युवक से हो चुका है जहां वह तीन माह रहने के बाद रुपये बटोरकर पंचायती तलाक ले चुकी है। शिकायकर्ता अजीत सिंह ने बताया कि हरप्रीत सिंह ने ही सारी साजिश रची क्योंकि वह जानता था कि कुलविदर सिंह फ्रांस में अस्थायी है और भारत नहीं जा सकता है। इसलिए उसने इस तरह से ठगी की। जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो अमनदीप कौर जान देने की धमकी देने लगी।
पुलिस कर रही छापामारी : डीएसपी
एसएसपी ने जांच का जिम्मा डीएसपी सुल्तानपुर लोधी को सौंपा। जिन्होंने डीए लीगल से सलाह के बाद उक्त पांचों को अजीत सिंह व उसके बेटे से 13 लाख 34 हजार रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोपी पाया। जिसके आधार पर थाना सुल्तानपुर लोधी में आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। डीएसपी सरवन सिंह बल के अनुसार अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस छापामारी कर रही है।