साइंस सिटी में परमाणु ऊर्जा पर अधारित गैलरी स्थापित
कपूरथला स्थित साइंस सिटी में परमाणु ऊर्जा पर आधारित गैलरी स्थापित की गई।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : पुष्पा गुजराल साइंस सिटी में परमाणु ऊर्जा पर आधारित गैलरी स्थापित की गई है। गैलरी की मदद से लोगों को परमाणु ऊर्जा के प्रयोग को लेकर जागरुक करने एवं विद्यार्थियों को परमाणु ऊर्जा के बारे में जानकारी मिलेगी। परमाणु उर्जा पर आधारित इस गैलरी का बुधवार को पर्यटकों के लिए खोली दिया गया जिसका उद्घाटन साइंस सिटी की डायरेक्टर जनरल डा. नीलिमा जैरथ की तरफ से किया गया। गैलरी का निर्माण न्यूक्लियर पावर कार्पोरेशन आफ इंडिया की ओर से किया गया है।
गैलरी के उद्घाटन के दौरान डा. नीलिमा जैरथ ने बताया कि परमाणु ऊर्जा को पहली बार 1950 में व्यापारिक तौर पर उपयोग में लाया गया। तब से इसके उपयोग में लगातार वृद्धि हो रही है। आज पूरी दुनिया में 400 न्यूक्लियर पावर प्लांट कार्य कर रहे हैं। धरती पर उपयोग की जाने वाली कुल बिजली का 10 प्रतिशत हिस्सा यह न्यूक्लियर पावर प्लांट मुहैया करवा रहा है।
उन्होंने कहा कि परमाणु ऊर्जा यूरेनियम व न्यूटर्न के धमाके से पैदा होती है। परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने व कम कार्बन पैदा होने कारण यह आज ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत बन चुका है। इस कारण ही जैविक ईधन के प्रयोग की ओर हमारा रुझान कम हो रहा है।
उन्होंने कहा कि न्यूक्लियर पावर प्लांट स्थापित करने समय सुरक्षा के सभी प्रबंध सुनिश्चित करना चाहिए। पिछले 60 वर्षो दौरान इन पावर प्लांटों की तकनीकों में इतना नवीनीकरण हो चुका है कि परमाणु ऊर्जा के उपयोग के समय होने वाले हादसों के खतरे बहुत कम हो गए है।
उन्होंने बताया कि साइंस सिटी में स्थापित गैलरी में परमाणु ऊर्जा के विभिन्न पहलुओं, खतरों और इसका उपयोग हमारी जिदगी और वातावरण की बेहतरी के लिए कैसे सहायक हो सकता हैं, के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। यह गैलरी आडियो विजुअल तकनीक पर आधारित आकर्षक प्रदर्शनी के माध्यम से परमाणु ऊर्जा पैदा करने पर केंद्रित है।
जलवायु परिवर्तन और ग्रीन हाउस गैस की निकासी रोकने में मददगार
साइंस सिटी के डायरेक्टर डा. राजेश ग्रोवर ने जानकारी देते बताया कि परमाणु ऊर्जा सबसे अधिक किफायती ऊर्जा का स्त्रोत है। यह जलवायु परिवर्तन और ग्रीनहाउस गैसों की निकासी को रोकने के लिए बहुत मददगार है। इस गैलरी को स्थापित करने का उद्देश्य लोगों में परमाणु ऊर्जा के उपयोग को लेकर भ्रांतियां को दिलचस्प और आसान ढंग से दूर करना है।