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सियासी परिदृश्य से विलुप्त होने लगी आम आदमी पार्टी

आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान सज्जन सिंह चीमा की तरफ से आप छोड़ कर अकाली दल में चले जाने के पश्चात भी जिले के वर्कर घोर निराशा के दौर से गुजर रहे है। चीमा के जाने के कई माह बाद भी हाई कमाड ने जिले के संगठन की तरफ कोई ध्यान नही दिया बलिक पंजाब की समुची लीडरशिप खुद कई हिस्सों में बट चुकी है। इसके चलते में अनेक नेता व वर्कर अन्य दलों में चले गए है जबकि कुछ घर में निराश होकर बैठ गए है जबकि भाजपा व अकाली दल की तरफ से नए सदसयों की भर्ती मुहिम चलाई जा रही है और आम आदमी अपने पुराने सदस्य गवाने में लगी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 10:32 PM (IST)Updated: Sun, 04 Aug 2019 06:29 AM (IST)
सियासी परिदृश्य से विलुप्त होने लगी आम आदमी पार्टी

हरनेक सिंह जैनपुरी, कपूरथला : आम आदमी पार्टी के जिला प्रधान सज्जन सिंह चीमा द्वारा पार्टी को छोड़ कर अकाली दल में चले जाने के कई माह के बाद भी हाई कमांड ने अपनी पार्टी की तरफ कोई ध्यान नहीं है जिस कारण आम आदमी पार्टी पंजाब में कई हिस्सों में बंट चुकी है। पार्टी के कई नेता व वर्कर दूसरे दलों में शामिल हो गए है जबकि कुछ नेता निराश होकर घर बैठ गए है। एक तरफ जहां बीजेपी व अकाली दल नए सदस्यों की अपनी पार्टी के साथ जोड़ने की मुहिम चला रही है वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी अपने पुराने सदस्यों को ही गंवाने में लगी हुई है।

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आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता पार्टी से नाता तोड़ चुके है जिस कारण जिले में पार्टी की उम्मीदें भी धूमल हो गई है। आप की टिकट से चुनाव लड़ कर भुलत्थ से विधायक चुने गए सुखपाल सिंह खैहरा ने काफी समय पहले ही आम आदमी पार्टी को अलविदा कह दिया था। उनके अलावा नडाला, भुलत्थ, ढिलवा, सुल्तानपुर लोधी, तलवंडी चौधरिया व काला संघिया आदि इलाकों के लगभग तीन दर्जन बड़े नेता भी दूसरे दलों में शामिल हो चुके है। आम आदमी पार्टी के कई नेता बैंस ब्रदर के दल में शामिल हुए तो कई नेताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। आम आदमी पार्टी को सबसे बड़ा झटका सज्जन सिंह चीमा ने अकाली दल में जाने से लगा था। चीमा के इस फैसले ने जिले में आप की कमर तोड़ कर रख दी थी।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेश नेगी ने बताया कि वह अरविद केजरीवाल व आप के इंकलाबी इरादों से प्रभावित होकर एक मिशन के तौर पर आप में शामिल हुए थे, लेकिन पिछले लंबे समय से नेताओं की आपसी खींचतान व दल बदलु प्रवृति से बेहद आहत है। नेगी ने बताया कि पार्टी की खातिर उन्होंने अपना कारोबार भी चौपट कर लिया लेकिन आखिरकार निराशा ही हाथ लगी और अब वह लंबे समय से घर पर बैठे है। उन्होंने बताया कि वह जिन लोगों को प्रेरित करके पार्टी में लेकर आए थे, अब वह भी उनका मजाक उड़ा रहे है।


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