जिला परिषद के 23 और ब्लाक समिति के लिए 204 उम्मीदवार चुनाव मैदान में
जागरण संवाददाता, कपूरथला : 19 सितंबर को होने जा रही पंचायती समितियों व जिला परिषद की आम चुवान के लिए मंगलवार को नामांकन पत्र वापस लिए जाने पर अब जिला परिषद के 10 जोनों के लिए कुल 23 उम्मीदवार व पांच पंचायती समितियों के 86 जोनो के लिए कुल 204 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं।
जागरण संवाददाता, कपूरथला : 19 सितंबर को होने जा रही पंचायती समितियों व जिला परिषद की आम चुवान के लिए मंगलवार को नामांकन पत्र वापस लिए जाने पर अब जिला परिषद के 10 जोनों के लिए कुल 23 उम्मीदवार व पांच पंचायती समितियों के 86 जोनो के लिए कुल 204 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। पंचायत समिति कपूरथला से 2 उम्मीदवारों को बिना मुकाबला जीताने का एलान किया गया। इसी तरह अब पंचाय समिति कपूरथला 41, नडाला से 32, ढिलवां से 32, सुल्तानपुर लोधी से 37 व फगवाड़ा से 62 उम्मीदवार मैदान में है जिनकों चुनाव निशान अलाट कर दिए गए है। यह जानकारी देते जिला चुनाव अधिकारी कम डिप्टी कमिशनर कपूरथला मोहम्मद तैयब ने बताया कि जिला परीषद कपूरथला के 15 उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं। नगर पंचायत कपूरथला से 36, नडाला से 31, ढिलवां से 29, सुल्तानपुर लोधी से 26 ने अपने नाम वापस लिए । उन्होंने बताया कि जिला परिषद के लिए कुल 39 व पंचायत समिति के लिए कुल 360 नामजदी हुई थी। कागजों की जांच के बाद जिला परिषद की 1 व पंचायती समिति की 5 नामांकन पत्र रद होने के साथ जिला परिषद के लिए 38 व पंचायत समिति के लिए 354 नामांकन पत्र योग्य पाए गए हैं।
इसके बाद जिले में सभी जोनों की तस्वीर लगभग साफ हो गई है और ज्यादातर स्थानों पर कांग्रेस व अकाली दल के बीच सीधी टक्कर हो रही है। चुनाव प्रचार में भी काफी तेजी आ चुकी है। रोजाना गांवों में मी¨टगों का दौर चल रहा है और सभी मुख्य दलों के शीर्ष नेता भी चुनाव प्रचार में कूदे हुए हैं। सुल्तानपुर लोधी से अकाली दल की ओर से साबका शिक्षा मंत्री डॉ. उ¨पदरर जीत कौर और कांग्रेस की ओर से क्षेत्रीय विधायक नवतेज ¨सह चीमा चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। टिब्बा जोन से न¨रदर ¨सह जैनपुर कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में है। उधर, कपूरथला से राणा गुरजीत ¨सह एवं अकाली दल की तरफ से परमजीत ¨सह एडवोकेट गांव गांव जाकर वोटरों से संपर्क कर रहे हैं। भुलत्थ हलके में बीबी जागीर कौर और खडूर साहिब के विधायक रमनजीत ¨सह सिक्की प्रतिष्ठा का सवाल बना कर प्रचार में जुटे हुए है।