यूथ पार्लियामेंट में उठा मंहगाई, पेट्रो पदार्थो में बढ़ोत्तरी का मुद्दा
डीएवी कॉलेज में आयोजित 15वीं नेशनल यूथ पार्लियामेंट में मंहगाई, तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी, रुपये का गिरता स्तर, बेरोजगारी, चीन की भारत विरोधी नीतियां, पाकिस्तान द्वारा युद्ध विराम का उल्लंघन, स्व'छ भारत जैसे मुद्दे उठाए गए। पार्लियामेंट में सत्तासीन व विपक्ष के नेता बैठे हुए थे।
जागरण संवाददाता, जालंधर : डीएवी कॉलेज में आयोजित 15वीं नेशनल यूथ पार्लियामेंट में मंहगाई, तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी, रुपये का गिरता स्तर, बेरोजगारी, चीन की भारत विरोधी नीतियां, पाकिस्तान द्वारा युद्ध विराम का उल्लंघन, स्वच्छ भारत जैसे मुद्दे उठाए गए। पार्लियामेंट में सत्तासीन व विपक्ष के नेता बैठे हुए थे।
विपक्ष के नेताओं ने मुद्दा उठाया कि देश में किसानों की आत्महत्या ¨चता का विषय है। किसान भूखा मर रहा है। सत्तासीन पार्टी के नेता लोगों के साथ लुभावने वादे कर रहे हैं। किसानों की आत्महत्या की बात करें तो वर्ष 2017 में 18000 और 2018 में 50,250 किसानों ने आत्महत्या की। जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। जवान शहीद हो रहे हैं। मंहगाई रुकने का नाम नहीं ले रही है। देश के प्रधानमंत्री मूकदर्शक बने हुए हैं।
विपक्ष के नेताओं ने संसद में मुद्दा उठाया कि सत्तासीन पार्टी ने नोटबंदी तो कर दी लेकिन कई लोगों को अपनी ही जमा पूंजी लेने के लिए बैंकों में धक्के खाने पड़े, कइयों तो अपनी जान तक गंवानी पड़ी। जीएसटी लगने से छोटे व्यापारी परेशान हैं। इसके बाद पेट्रो पदार्थो में वृद्धि का मुद्दा उठा। कहा कि कच्चे तेल की कीमत पचास डॉलर प्रति बैरल हो चुकी है लेकिन देश में पेट्रोल 90 रुपये लीटर व डीजल 80 रुपये लीटर बिक रहा है। पीएम से पूछा कब आएंगे अच्छे दिन
विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि अच्छे दिन कब आएंगे। विपक्ष ने विदेश नीति का असफलता का भी मुद्दा उठाया। कहा कि रूस हमारा पुराना दोस्त है लेकिन वह हमारे दुश्मनों के साथ सैन्य अभ्यास कर रहा है। बंग्लादेश पाकिस्तान के करीब जा रहा है। नेपाल, म्यांमार, भूटान पड़ोसी देश दूर होते जा रहे हैं। चीन-पाक की दोस्ती भारत को चुनौती दे रही है। चीन सिक्किम व अरुणाचल प्रदेश पर दावा कर रहा है। पिछले चार साल में 2086 बार युद्ध विराम का उल्लंघन हुआ है। जिसमें 280 जवान शहीद हुए हैं। विपक्ष ने गिनाई सरकार की उपलब्धियां
विपक्ष के मुद्दों का जवाब देते हुए सत्तासीन नेताओं ने कहा कि सरकार ने सबका साथ, सबका विकास पर जोर दिया है। नेपाल, श्रीलंका, भूटान के साथ सैन्य संबंध दृढ़ता से बने हैं। प्रधानमंत्री ने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि देश प्रगति का राह पर है। किसानों के लिए फसल बीमा योजना शुरू कर स्वस्थ भारत, सुरक्षित भारत का संदेश दिया है। देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए दूसरे देशों के साथ दृढ़ता से संबंध कायम किए जा रहे हैं। शून्य काल में बाढ़ पीड़ितों का मुद्दा उठा
संसद के शून्यकाल में केरल में बाढ़ पीड़ितों का मुद्दा उठाया। विपक्ष नेता देशदीप ¨सह ने कहा कि बाढ़ आने से गरीब लोगों की पूंजी खत्म हो गई। बाढ़ से 370 मौतें हुई, 33000 परिवार बेघर हुए, 19000 करोड़ का नुकसान हुआ। इसका जिम्मेवार कौन है?। ज्योति प्रज्ज्वलित करके हुआ पार्लियामेंट का शुभारंभ
पार्लियामेंट का शुभारंभ होशियारपुर के पूर्व सांसद कमल चौधरी, डीएवी मैनेजमेंट लोकल के प्रधान कुंदन लाल अग्रवाल, सदस्य अजय गोस्वामी, दैनिक जागरण के पंजाब के स्थानीय संपादक अमित शर्मा, ¨प्रसिपल डॉ. एसके अरोड़ा, पंजाब यूनिवर्सिटी रीजनल सेंटर लुधियाना की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आरती पुरी, शिवाजी यूनिवर्सिटी कोहलापुर से डॉ. प्रहलाद एम मैनी, दूरदर्शन के सीनियर प्रोड्यूसर दलजीत ¨सह संधू ने ज्योति प्रज्ज्वलित करके किया। यूथ पार्लियामेंट से मिलती है देश की वैधानिक प्रक्रिया की जानकारी
होशियारपुर के पूर्व सांसद कमल चौधरी, पंजाब यूनिवर्सिटी रीजनल सेंटर लुधियाना की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. आरती पुरी, शिवाजी यूनिवर्सिटी कोहलापुर से डॉ. प्रहलाद एम मैनी ने कहा कि यूथ पार्लियामेंट करवाने से विद्यार्थियों को देश की वैधानिक प्रक्रिया की जानकारी मिलती है। विद्यार्थियों ने अनुशासन में रहकर पार्लियामेंट चलाई है। पार्लियामेंट में केरल, मंहगाई, विदेश नीति, जीएसटी, किसानों की आत्महत्या का मुद्दा उठाया है बेखुबी ढंग से उठाया है। भारत में डिबेट व डिस्कशन के बावजूद निष्कर्ष नहीं निकलता
दैनिक जागरण के स्थानीय संपादक, पंजाब अमित शर्मा ने कहा कि भारत में डिबेट भी होती है डिस्कशन भी होता है लेकिन निष्कर्ष नहीं निकलता। इसके विपरित अमेरिका में डिबेट व डिस्कशन के बाद आम सहमति बन जाती है। डेमोक्रेसी के लिए सबसे बड़ा पार्लियामेंट सिस्टम है। किसी भी मसले पर डिबेट होता है, मतभेद होता है लेकिन उसका किसी नतीजे पर पहुंचना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि वेस्टर्न के मुकाबले भारत में अंतर यह है डिबेट व मतभेद तो हो जाता है लेकिन निर्णय नहीं हो पाता।
इन्हें मिले बेस्ट पार्लियामेंटरी अवार्ड
सत्तासीन व विपक्ष में बैठे हरसिमरन, सुरभि तनेजा, अभिजीत, गौरव रतना, तविशी, हर्षदीप, राज¨वदर कौर ने बेस्ट पार्लियामेंटरी अवार्ड मिला। वहीं, पिछले वर्ष के विद्यार्थी गौरव वर्मा व सुखमनी को अवार्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया। संसद में ये रहे उपस्थित
डीएवी कालेज के पॉलिटिकल विभाग के अध्यक्ष डॉ. बीबी शर्मा, डॉ. दिनेश अरोड़ा, प्रो. सतीश टंडन, प्रो. अश्विनी शर्मा, प्रो. केके घई, प्रो, विपन शर्मा, प्रो. सोनिका, प्रो. एसके खुराना व स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।