विवाहिता की हत्या करने के बाद युवक ने करंट लगाकर दी जान
गुरु अमर दास नगर में सोमवार शाम साढ़े छह बजे के करीब घर के अंदर महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया।
जागरण संवाददाता, जालंधर
गुरु अमर दास नगर में सोमवार शाम साढ़े छह बजे के करीब घर के अंदर महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया। घटना की जानकारी मृतका की पांच साल की बेटी रिया ने घर के बाहर बैठी पड़ोसी को दी। शव घर के बाहर के कमरे में चारपाई पर पड़ा हुआ था। हत्या मृतका के जानकार युवक ने की थी। इसके बाद आरोपित अपने घर गया और खुद को करंट लगाकर जान दे दी। मृतका की पहचान 22 वर्षीय सोनम पत्नी वीरेंद्र के रूप में हुई। एडीसीपी अश्विनी कुमार का कहना है कि महिला की हत्या करने वाले युवक ने खुद ही आत्महत्या कर ली है। इसके बावजूद के पति के बयानों पर केस दर्ज कर लिया है। हत्या के कारणों की जांच के लिए मृतका के स्वजनों से पूछताछ की जा रही है।
सोनम की पांच साल की बेटी रिया घर से रोते हुए बाहर निकली और पड़ोस की महिला को बताया कि राधे चाचा शाम को घर पर आए थे। राधे ने उसे और उसके भाई को कुछ पैसे देकर बाहर टाफी लेने भेजा। लौटने पर उसने देखा कि राधे उसकी मां का गला दबा रहा था। घबराई रिया का कहना था कि राधे चाचा अक्सर उन्हें चाकलेट खाने के लिए पैसे देते थे, लेकिन आज मां की जान ले ली। थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस ने जांच शुरू कर दी। इलाके में अवैध संबंधों के चलते हत्या की बात कही जा रही है। सोनम अपने सास, ससुर, पति और दो बच्चों के साथ वहां रहती थी। मूल रूप से परिवार उत्तर प्रदेश के आंबेडकर नगर जिले के थाना राज सुल्तानपुर के तेंदुई कलां गांव का रहने वाला है, जो कि बीते पांच सालों ने वहां रह रहा था। मृतका का पति, सास और सुसर पास की फैक्ट्री में काम करते हैं। घटना के समय घर पर सिर्फ मृतका और उसके दो बच्चे ही मौजूद थे। बिजली की तार उंगली में लपेट स्विच आन कर लिया
वारदात को अंजाम देने के बाद रवि कुमार महतो उर्फ राधे निवासी बिहार अपने शिवनगर स्थित कमरे पर पहुंचा, जहां उसने बिजली की तार को अपने दाएं हाथ की उंगली में लपेट कर स्विच आन कर लिया। इससे राधे की मौके पर ही मौत हो गई। थाना डिवीजन नंबर एक के प्रभारी रश्मिदर सिंह का कहना है कि मृतक के स्वजनों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। जिसने दिलवाई नौकरी उसी के घर की वारदात
सोनम की शादी वीरेंद्र से 2015 में हुई थी, जिससे उसके दो बच्चे रिया और शिवा हैं। वहीं आरोपित की मृतका के ससुर से जान पहचान पुरानी थी। दस साल पहले दोनों एक ही फैक्ट्री में काम करते थे। करीब दो साल पहले राधे को जब फैक्ट्री आने-जाने में दिक्कत होने लगी तो मृतका के ससुर रामदरश ने उसे अपने घर में जगह भी दी थी। इसके कुछ दिनों के बाद राधे ने शिवनगर इलाके में किराये का कमरा ले लिया था, जहां वह बीते करीब एक साल से रह रहा था। कुछ दिनों पहले जब राधे की नौकरी छूट गई थी तो रामदरश ने उसे अपनी ही फैक्ट्री में नौकरी दिलाई थी। एक घंटे तक हदबंदी में उलझी रही पुलिस
घटना की सूचना मिलने के बाद थाना मकसूदां और थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस गुरु अमर दास नगर पहुंच गई। इसके बाद करीब एक घंटे तक इसी बात पर विचार विमर्श चलता रहा कि आखिर यह इलाका किस थाने के अंदर आता है। जब मौके पर एडीसीपी टू अश्विनी कुमार पहुंचे तो साफ हुआ कि इलाका बस्ती बावा खेल का है।