लौहारां के युवक की मलेशिया में मौत
रोजगार की तलाश में गए लौहारां के 21 वर्षीय युवक सौरव कुमार की मौत की मलेशया मे मौत हो गई।
संवाद सहयोगी, गोराया: तीन माह पहले जुलाई माह में परिवार की गरीबी दूर करने के लिए मलेशिया की धरती पर रोजगार की तलाश में गए लौहारां के 21 वर्षीय युवक सौरव कुमार की मौत की खबर से परिवार समेत पूरा गांव शोकग्रस्त हो गया है। वहीं, परिवार अब युवक सौरव कुमार का शव भारत लाने के प्रयास में जुटा हुआ है।
मलेशिया में रहते अन्य साथी परिवार को बता रहे हैं कि पैकिंग के काम के दौरान एक मशीन सौरव पर पलट गई जिसके नीचे दबने से उसकी मौत हो गई। अभी तक मां अपने लाल की मौत की खबर से बेखबर है। परिवार ने युवक की मां को घटना के बारे में नहीं बताया है।
सौरव कुमार के भाई शम्मी कुमार ने बताया कि वह बीते 14 माह से दुबई में काम करता है। दो दिन पहले ही गांव वापिस आया तो भाई सौरव की मौत की खबर ने उसे हिलाकर रख दिया। सौरव घर में सबसे छोटा है और तीन माह पहले 29 जुलाई को एक लाख रुपये खर्च कर मलेशिया की धरती पर रोजी रोटी की तलाश में गया था। मलेशिया में वह तारों की पैकिग का काम करता था। शम्मी ने बताया कि उसके पिता की मौत सड़क हादसे में 17 वर्ष पहले हो गई थी व उसकी माता दलबीर कौर जो मिड डे मिल वर्कर है। केंद्रीय मंत्री व सांसद से मिल शव वापस लाने में मांगी मदद
शम्मी ने बताया कि 25 अक्तूबर को सौरव की मौत हुई और भाई का शव भारत लाने में बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है व कई प्रकार के पेपर मलेशिया भेज चुके है लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद उन्हें अपनी भाई का शव भारत आने की कोई आस नहीं दिखाई दे रही। उन्होंने कहा कि मामले में केन्द्रीय राज्य मंत्री सोमप्रकाश कैंथ व सांसद चौधरी संतोख सिंह से भी मिल चुके है। उन्होंने केन्द्र व पंजाब सरकार से भाई सौरव के शव को गांव जल्द लाने की मांग की है।