मौसी और मामा की बेटी ने घर से निकाला, किया आत्मदाह
विक्रमपुरा में रहने वाले युवक को उसकी मौसी व मामा की बेटी ने घर से निकाला तो उसने आत्मदाह कर लिया।
संवाद सहयोगी, जालंधर
विक्रमपुरा में रहने वाले युवक को उसकी मौसी व मामा की बेटी ने घर से निकाल दिया तो उसने गली में खड़े होकर खुद को आग लगा ली। घटना शनिवार दोपहर की है। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की शिनाख्त विक्रमपुरा के मकान नंबर एनडी 20 में रहने वाले 40 वर्षीय मुकेश कुमार उर्फ झांगी के रूप में हुई है। मरने से पहले उसने अपनी मौत के लिए मौसी और मामा की बेटी को जिम्मेदार बताया है। पुलिस ने मौसी अनीता और मामा की बेटी ललिता के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
मुकेश को उसके मामा ने गोद लिया हुआ था। उसके मामा ने कुछ समय बाद एक लड़की को भी गोद लिया, जिसका नाम ललिता रखा। मामा ने एक और युवती को गोद लिया हुआ था, जो रिश्ते में मुकेश की मौसी लगती थी। कुछ दिन पहले मुकेश के मामा की मौत हो गई थी। इसके बाद से अनीता और ललिता उसे घर से निकालने की धमकी देती थीं। शनिवार दोपहर को मुकेश ने अपने घर के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली और आग का गोला बनकर गली में दौड़ा। उसी वक्त उसका भाई अरुण कुमार भी मौके पर खड़ा था। उसने मोहल्ले के लोगों के साथ मिलकर आग बुझाई और मुकेश को अस्पताल ले गया। अस्पताल में अपने बयान देने के बाद मुकेश की मौत हो गई। थाना प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है कि मुकेश की आत्महत्या के मामले में कोई और भी शामिल था या नहीं। 40 साल से मामा के पास रह रहा था मुकेश, नहीं करता था काम
40 साल का मुकेश मामा के सहारे ही जिदगी काट रहा था। वह कोई काम नहीं करता था। उसकी अभी तक शादी भी नहीं हुई थी। वहीं उसकी मौसी व मामा की गोद ली हुई बेटी की भी शादी नहीं हुई है। मामा की मौत के बाद घर में जबरदस्त क्लेश शुरू हो गया था। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि मुकेश कुमार को कई बार धक्के मारकर बाहर निकाला जाता था। मुकेश अपने माता-पिता की आठ संतानों में सबसे छोटा था। बयान में यह कहा मुकेश कुमार ने
मरने से पहले मुकेश कुमार ने अपने बयानों में कहा कि मैं एहना दोनों तों दुखी सिगा। ललिता, अनीता ने मैनूं दो महीने पहलां घरों कडता सी। न मैनूं कपड़े दित्ते ते मैनूं बेदखल करता। न मैनूं कुछ होर दित्ता ते मैनूं घरों कडता।