सिविल अस्पताल में एक्सरे बंद, निजी लैब का सहारा
सिविल अस्पताल में समस्याएं थम नहीं रही है। एक्सरे विभाग में हर माह दो-तीन बार मशीनें खराब होने से मरीजों को परेशानियों से जूझना पड़ता है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सिविल अस्पताल में समस्याएं थम नहीं रही है। एक्सरे विभाग में हर माह दो-तीन बार मशीनें खराब होने से मरीजों को परेशानियों से जूझना पड़ता है। मंगलवार को भी एक्स रे यूनिट में खराबी के चलते कामकाज ठप रहा। वहीं पानी की किल्लत की वजह से कुछ विभागों में परेशानियां झेलनी पड़ी। पिछले तीन दिन में सिविल अस्पताल की एक्स रे मशीन दस बार खराब हो चुकी है। मशीन की खराबी के चलते मरीजों को निजी सेंटरों में एक्सरे करवानी पड़ रही है। मंगलवार को भी अस्पताल की एक्सरे मशीन खराब हो गई। इससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ी। अस्पताल में रोजाना 125 मरीजों के एक्सरे किए जा रहे हैं। इलाज के दौरान एक्सरे करवाने आए मलकीत ¨सह ने कहा कि सड़क हादसे में टांग टूट गई थी। मंगलवार को एक्सरे करवा कर टांग पर लगे
प्लास्टर को खोलने का फैसला लेना था। गांव वरियाना से आने में समय लगता है। इस वजह से निजी सेंटर से एक्सरे करवाना पड़ा। उधर, अस्पताल की मोटर खराब होने से कई विभागों में पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। मंगलवार को दंत विभाग, प्रयोगशाला तथा पुरानी इमारत में बने वार्ड और ऑपरेशन थियेटर में पानी की किल्लत से कामकाज प्रभावित हुआ। हालांकि मुलाजिमों ने इधर उधर से पानी का जुगाड़ कर इमरजेंसी काम किए। सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. केएस बावा ने बताया कि एक्सरे यूनिट में नया एसी लगवा दिया है। मशीन का पुर्जा खराब होने से कामकाज प्रभावित हो रहा है। इस संबंध में देखरेख करने वाली कंपनी ने पुर्जा मंगवा कर इसे ठीक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं अस्पताल की मोटर खराब हो गई थी, जिसे रिपेयर करवा पानी की समस्या का समाधान करवा दिया गया है।