कुत्ते के काटने को नजरंदाज न करें : डा. बलवंत
नेशनल रैबीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत सेहत विभाग ने मंगलवार को विश्व रैबीज दिवस मनाया। इस मौके सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने रैबीज को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पंफ्लेट रिलीज किया।
जागरण संवाददाता, जालंधर : नेशनल रैबीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत सेहत विभाग ने मंगलवार को विश्व रैबीज दिवस मनाया। इस मौके सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने रैबीज को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पंफ्लेट रिलीज किया। इस मौके जिला परिवार भलाई अफसर डा. रमन गुप्ता, जिला सेहत अफसर डा. अरुण वर्मा, सहायक सेहत अफसर डा. चरनजीत सिंह, डीडीएचओ डा. बलजीत रुबी, जिला महामारी अफसर डा. अदित्यापाल सिंह, डा. परमवीर सिंह, डा. शोभना बांसल, जिला समूह शिक्षा व सूचना अफसर किरपाल सिंह झल्ली, डा. गुंजन, हल्लन, डिप्टी एमईआईओ परमजीत कौर भी मौजूद रहे।
सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने बताया कि 90 प्रतिशत हलकाव के केस कुत्ते के काटने से होते हैं लेकिन बिल्ली, बंदर आदि जानवरों के काटने व खरोचने से भी रेबीज हो सकती है इसलिए जानवर द्वारा काटे जाने, चाटने, नाखून मारने व किए घावों को नजरंदाज न करें, यह जानलेवा भी हो सकता है। डा. सिंह ने बताया कि अप्रैल 2021 से अगस्त तक 9476 लोगों ने रैबीज के टीके लगवाए हैं। उन्होंने अपील की कि लोग खुद व अपने बच्चों को आवारा कुत्तों से दूर रखें व बच्चे कुत्तों से दूर रहकर खेलें।
उधर, सीएचसी बड़ा पिड में सीनियर मेडिकल अफसर डा. जतिदर सिंह के नेतृत्व में विश्व रैबीज दिवस मनाया गया। इस मौके ब्लाक एजुकेटर प्रीतइंद्र सिंह, हेल्थ सुपरवाइजर सतनाम, एएनएम सुनीता मौजूद रहे।