ये कैसी मां, खुद घोंट दिया 'ममता का गला'
बूटा पिड में खाली प्लाट में मिले नवजात शिशु की मौत के बाद पहले यह बात सामने आई थी कि बच्चे को उसका नाजायज पिता मुकेश खाली प्लाट में फेंक कर आया है लेकिन अब इस मामले में खौफनाक सच सामने आया है कि बच्चे को उसका नाजायज बाप नहीं बल्कि उसे पैदा करने वाली मां साहनी ही
सुक्रांत, जालंधर
बूटा पिड के खाली प्लाट में मिले नवजात शिशु की मौत के बाद पहले यह बात सामने आई थी कि बच्चे को उसका नाजायज पिता मुकेश खाली प्लाट में फेंक कर आया है, लेकिन अब इस मामले में एक ऐसा सच सामने आया है, जिस पर विश्वास करना मुश्किल है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि बच्चे को मां ही फेंक कर आई थी। सच जानने के बाद पुलिस वाले भी सिहर उठे। मुकेश को पुलिस ने अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है, ताकि यह पता चल सके कि बच्चा फेंके जाने की साजिश में और कौन-कौन शामिल है? रविवार को भी पुलिस ने युवती की आधिकारिक गिरफ्तारी नहीं दिखाई।
पूछताछ में सामने आया कि बच्चे को जन्म देने से पहले न तो किसी डॉक्टर को दिखाया गया था और न ही किसी दाई की मदद ली गई थी। प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद लड़की को पास ही बने बाथरूम में ले जाया गया और वहीं पर उसने अपनी बहन की मदद से बच्चे को जन्म दिया था। थाना छह के प्रभारी सुरजीत सिंह ने बताया कि मुकेश से हुई पूछताछ में पता चला है कि उसने नहीं बल्कि लड़की ने खुद ही बच्चे को प्लाट में फेंका था। लड़की के साथ कौन गया था, यह मुकेश को नहीं मालूम। उन्होंने बताया कि लड़की की तलाश की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही यह सच सामने आएगा। वहीं सूत्रों के अनुसार पुलिस कस्टडी में मां ने कहा कि वह नहीं चाहती थी इस बारे में मोहल्ले वालों को पता चले। कई महीने रही बंद कमरे में, किसी को भनक नहीं थी
मुकेश और लड़की के बीच शुरू हुई प्यार की कहानी में जब यह पता चला था कि लड़की गर्भवती हो गई है तो उस समय कोरोना काल शुरू हो चुका था। वह न तो डॉक्टरों के पास जा सकती थी और न ही किसी दाई के बारे में उनको जानकारी थी। दुनिया से छिपाने के लिए लड़की चार महीने तक कमरे में ही बंद रही। कहीं भी आती-जाती नहीं थी। आधार कार्ड न होने से लड़की की पहचान का फंसा पेंच, पुलिस ने करवाया मेडिकल
मुकेश ने जिस लड़की के प्रेमिका होने की बात कही थी, पुलिस को उसके पास से आधार कार्ड या ऐसा कोई पहचान पत्र नहीं मिला था, जिससे पता चल सके कि वो ही बच्चे की मां है। वहां पर पास के कमरों में दो और लड़कियां भी रह रही थीं। ऐसे में पुलिस को यह शक था कि लड़की को बचाने के लिए कहीं बदल न दिया जाए। ऐसे में पुलिस ने पकड़ी लड़की का मेडिकल करवाया और यह पता किया कि दो दिन पहले उसकी डिलीवरी हुई है या नहीं? जांच में सामने आया कि जिसे पकड़ा गया है, वही लड़की दो दिन पहले मां बनी थी। बच्चे की मौत सह नहीं पाई महिला, पुलिस को दी थी सूचना
प्लाट में बच्चे के मिलने के बाद पुलिस इस पसोपेश में थी कि उसे किसने वहां पर फेंका था। सीसीटीवी कैमरों की मदद से भी कोई सफलता नहीं मिल रही थी। दो दिन बाद बच्चे की मौत की खबर आई तो बूटा पिंड में ही रहने वाली एक महिला, जो इस बारे में जानती थी, इस बात को सह नहीं पाई। उसने ही पुलिस तक खबर पहुंचाई कि पास ही बने वेहड़े में एक बिन ब्याही मां ने बच्चे को जन्म दिया था, लेकिन अब न तो बच्चा दिख रहा है और न ही मां। पुलिस ने वहां पर पहुंच कर पहले लड़की को बरामद किया और उससे पूछताछ के बाद बच्चे के नाजायज पिता को गिरफ्तार कर लिया। क्या है मामला
गौर हो कि बीते वीरवार को बूटा पिड स्थित एक खाली प्लाट में नवजात शिशु मिला था। इलाके में रहने वाली महिला अमनप्रीत कौर और उनकी बेटी अमरजीत कौर ने बच्ची को वहां से उठाया और अपने घर पर ले गई। थाना छह की पुलिस ने नवजात को सिविल अस्पातल मे दाखिल करवाया। वहां से बच्चे को अमृतसर के मेडिकल कॉलेज में दाखिल करवाया गया, जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बाद में पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार कर मां को हिरासत में ले लिया था।