बातों-बातों में रेफरेंडम-2020 का समर्थन कर गए यूके के सांसद ढेसी
यूके के सांसद तनमनजीत ¨सह ढेसी अप्रत्यक्ष रूप से सिख रेफरेंडम-2020 का समर्थन कर गए। जब उनसे पूछा गया कि निजी रूप से वे रेफ्रेंडम-2020 के पक्ष में हैं या नहीं तो उन्होंने एक बार भी नहीं नहीं कहा। उलटे वे यह दलील देते रहे कि इस पर फैसला लोगों को करना है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : यूके के सांसद तनमनजीत ¨सह ढेसी अप्रत्यक्ष रूप से सिख रेफरेंडम-2020 का समर्थन कर गए। जब उनसे पूछा गया कि निजी रूप से वे रेफ्रेंडम-2020 के पक्ष में हैं या नहीं तो उन्होंने एक बार भी नहीं नहीं कहा। उलटे वे यह दलील देते रहे कि इस पर फैसला लोगों को करना है।
ढेसी वीरवार को यहां एक होटल में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ती दुष्कर्म और मॉब लिं¨चग की घटनाओं से भारत की छवि दुनिया में खराब हुई है। ढेसी का कहना है कि जब भी कोई घटना देश में होती है, उसका स्वाभाविक असर दूसरे देशों में बसे भारतीयों पर ही नहीं बल्कि गैरभारतीयों पर भी पड़ता है। जो लोग पर्यटक के रूप में भारत आना चाहते हैं, वे ऐसी घटनाओं से विचलित होते हैं। यहां आने के बारे में कई बार सोचते हैं।
ढेसी से जब ये पूछा गया कि ब्रिटेन में रेफरेंडम-2020 को अनुमति देना क्या भारत के साथ सीधी जंग का एलान नहीं है? इस पर ढेसी ने कहा कि यूके में कोई भी व्यक्ति या संगठन अगर यूके सरकार के खिलाफ भी बोलता है तो उसे अपनी बात रखने की पूरी आजादी है। अब ये फैसला तो लोगों को करना है कि कौन सही बात कर रहा है, कौन गलत है। उन्हें किसके पक्ष में खड़ा होना है। जब उनसे कई बार पूछा गया कि वे निजी रूप में खुद क्या रेफरेंडम के पक्ष में हैं या विरोध में। इस पर उन्होंने एक बार भी रेफरेंडम के खिलाफ होने की बात नहीं कही। सिर्फ ये कहकर बात को घुमाने की कोशिश करते रहे कि फैसला लोगों को करना है कि वे किसके पक्ष में है।
ढेसी ने कहा कि उन्होंने सिविल एविएशन मंत्री जयंत सिन्हा से बात की है कि अगर अमृतसर से ब्रिटिश के हीथ्रो हवाई अड्डे के लिए सीधी उड़ान सेवा शुरू कर दी जाए तो पंजाब को इसका सीधा लाभ मिलेगा। टूरिज्म के साथ-साथ व्यापार भी बढ़ेगा।