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कनाडा में रिश्तेदार के घर काम दिलाने के बहाने सगे भाइयों से दो लाख की ठगी Jalandhar News

पुलिस की जांच रिपोर्ट के मुताबिक वार्ड 6 लाेहियां खास के रहने वाले शिकायतकर्ता बलविंदर सिंह मिस्त्री का काम करता है। जनवरी 2019 में वह सुल्तानपुर लोधी में ब्रिजमोहन के घर काम कर रहा था। ब्रिजमोहन की नकोदर में ट्रैक्टर की वर्कशॉप है।

By Vipin KumarEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 06:07 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 06:07 PM (IST)
कनाडा में रिश्तेदार के घर काम दिलाने के बहाने सगे भाइयों से दो लाख की ठगी Jalandhar News
कनाडा में रिश्तेदार के घर काम दिलाने के बहाने ट्रैवल एजेंट ने की धाेखाधड़ी। (फाइल फाेटाे)

जालंधर, जेएनएन। कनाडा में रिश्तेदार के घर काम दिलाने के बहाने ट्रैवल एजेंट ने सगे भाइयों से दो लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ितों ने एसएसपी इसकी शिकायत दी, जिसकी जांच आर्थिक अपराध शाखा ने की और अब ट्रैवल एजेंट के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।

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पुलिस की जांच रिपोर्ट के मुताबिक वार्ड 6, लाेहियां खास के रहने वाले शिकायतकर्ता बलविंदर सिंह मिस्त्री का काम करता है। जनवरी 2019 में वह सुल्तानपुर लोधी में ब्रिजमोहन के घर काम कर रहा था। ब्रिजमोहन की नकोदर में ट्रैक्टर की वर्कशॉप है। उसने बलविंदर को बताया कि शाहकोट के गांव सोहल जगीर का निर्मल सिंह ट्रैवल एजेंट है। ट्रैवल एजेंट ने ब्रिजमोहन को कहा कि कनाडा में उसके रिश्तेदार रहते हैं। उन्हें कनाडा में काम करने के लिए आदमी चाहिए, अगर कोई हो तो बता देना।

ब्रिजमोहन ने फिर इसके बारे में बलविंदर को बताया। बलविंदर ने अपने घर सलाह की और ब्रिजमोहन ने निर्मल को अपनी दुकान पर बुला लिया। निर्मल ने बलविंदर को कहा कि 45 दिन में उसका कनाडा भेजने का काम हो जाएगा। इसके बाद मेडिकल करवाकर भेज दिया जाएगा। इसके लिए प्रति व्यक्ति 16 लाख लगेंगे। बलविंदर व उसके भाई प्यारा सिंह को कनाडा भेजने के लिए 32 लाख में सौदा तय हो गया। 12-12 लाख रुपये पहले दिए जाने थे। निर्मल ने दोनों की पासपोर्ट की कॉपी ले ली और एक लाख रुपये मांगे। इसके बाद सुल्तानपुर लोधी कचहरी में निर्मल सिंह ने पूरे सौदे के बारे में हल्फिया बयान दिया। उसने दो खाली चेक भी साइन कर उन्हें दे दिए।

कुछ दिन बाद निर्मल ने दोनों का लुधियाना से मेडिकल करवाया। जहां उसने फिर एक लाख रुपये ले लिया। निर्मल ने उन्हें भरोसा दिया कि जल्दी ही उनका वीजा लग जाएगा। इसके बाद उन्हें कनाडा नहीं भेजा और न ही दो लाख वापस लौटाए। जब उन्होंने निर्मल के दिए चेक बैंक में लगाए तो खाते में रुपये न होने की वजह से वह बाउंस हो गए। 


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