Tokyo Olympics: विजयी गोल दागने वाले पंजाबियों पर मनप्रीत को गर्व, कहा- सेमीफाइनल में हार के बाद बढ़ाया था टीम का उत्साह
भारतीय हाकी टीम कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य तो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना ही था लेकिन सेमीफाइनल हारने के बाद यह तय कर लिया था कि किसी भी हाल में कांस्य पदक तो जीतना ही है।
मनुपाल शर्मा, जालंधर। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम को जिस मैच में कांस्य पदक मिला, उस मैच के सभी गोल पंजाबी खिलाड़ियों ने दागे थे। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह इस बात से गर्वित हैं कि देश को 41 वर्ष बाद ओलंपिक में पदक दिलाने वाले मैच में सभी गोल पंजाबी खिलाड़ियों ने किए थे।
पीएपी जालंधर के मल्टीपरपज हाल में टोक्यो ओलंपिक के अनुभव साझा करते हुए कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य तो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना ही था, लेकिन सेमीफाइनल हारने के बाद यह तय कर लिया था कि किसी भी हाल में कांस्य पदक तो जीतना ही है। कप्तान मनप्रीत सिंह ने सेमीफाइनल मैच हारने के बाद उन्होंने टीम के साथ बैठक की और सभी सदस्यों को प्रेरित किया कि किसी भी हाल में कांस्य पदक हाथ से नहीं जाना चाहिए।
समारोह के बाद दैनिक जागरण से मुखातिब कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि देश में हॉकी का भविष्य स्वर्णिम है। उन्होंने कहा कि सरकार और निजी सेक्टर हॉकी को प्रमोट करने के लिए आगे आ रहे हैं। इसमें कुछ वक्त जरूर लगेगा लेकिन भारतीय हॉकी का परचम हर हाल में लहराएगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भी परिस्थितियां हाकी के पक्ष में ही हैं। यही वजह है कि पंजाब से संबंधित 9 खिलाड़ी ओलिंपिक तक जा पहुंचे हैं।