Tokyo Olympics: कैप्टन मनप्रीत मेरा दोस्त... जब जालंधर में ढोल बजाने वाले तीरथ सिंह ने किया क्लासमेट का स्वागत
पेशे से ढोली तीरथ कप्तान मनप्रीत सिंह के क्लासमेट रह चुके हैं। दोनों ने पांचवीं तक एक साथ पढ़ाई की थी। जहां शहर वासियों ने हाकी स्टार्स को सिर आंखों पर बिठाया वहीं तीरथ सिंह की खुशी का भी ठिकाना नहीं था।
कमल किशोर, जालंधर। टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद लौटे जालंधर के चारों खिलाड़ियों- कप्तान मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, वरुण कुमार व हार्दिक सिंह का जालंधर पहुंचने पर स्वागत करने वालों में एक खास शख्स भी शामिल था। तीरथ सिंह। पेशे से ढोली (ढोल वादक) तीरथ कप्तान मनप्रीत सिंह के क्लासमेट रह चुके हैं। दोनों ने पांचवीं तक एक साथ पढ़ाई की थी। जहां शहर वासियों ने हाकी स्टार्स को सिर आंखों पर बिठाया, वहीं तीरथ सिंह की खुशी का भी ठिकाना नहीं था। बचपन के दोस्त की कामयाबी पर वे फूले नहीं समां रहे थे। वह रोड शो के आगे ढोल बजाते हुए चल रहे थे।
तीरथ सिंह ने शहर के बीएसए्फ चौक से कप्तान मनप्रीत सिंह के मिट्ठापुर स्थित घर चक ढोल बजाकर खुशी जाहिर की। तीर्थ ने बताा कि वग पदक विजेता टीम को चीयर करने गए थे। कप्तान मनप्रीत और वह स्कूल के दोस्त थे। मनप्रीत पांचवीं कक्षा के बाद प्राइवेट स्कूल में दाखिला ले लिया। उन्होंने हाकी में करियर बनाया और मैंने म्यूजिक में। तीर्थ कहा कि अगस्त में 2 बार वे मिट्ठापुर में ढोल बजा चुके है। 5 अगस्त को जब टीम ने कांस्य पदक जीता था तब और अब खिलाड़ी मिट्ठापुर में घर पहुंचने पर।
पदक जीतने पर खुशी का ठिकाना नहीं रहा
तीरथ ने कहा कि मनप्रीत भाई ने पदक जीता है। इससे बड़ी खुशी की बात क्या हो सकती है। तीर्थ सिंह बताते हैं कि जब मनप्रीत जालंधर पहुंचने वाले थे, वह दिन स्पेशल था। इसलिए वह अपनी साथी ढोली सूरज कल्याण को साथ लेकर आए। मनप्रीत शानदार इंसान हैं। विनम्रता से बोलते है। हर किसी को आदर देते है।
सफलता हासिल करने के बाद भी मनप्रीत दोस्तों के दोस्त
उन्होंने कहा कि चाहे मनप्रीत हाकी की ऊंचाईयों तक पहुंच गए हैं लेकिन वह दोस्तों के दोस्त हैं। जब जालंधर पहुंचे तो हंसकर मिले। यही दुआ है कि वर्ष 2024 में पेरिस होने वाले ओलंपिक में मनप्रीत की कप्तानी में टीम स्वर्ण पदक जीतकर आए। ढोली सूरज कल्याण ने बताया कि खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानता हूं। तीर्थ सिंह के साथ आकर खिलाड़ियों का स्वागत ढोल के साथ किया है। सूरज ने कहा कि मिट्ठापुर के लड़कों ने देश के साथ-साथ गांव का नाम रोशन कर दिया है।
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