गुरमेहर कौर को टाइम ने दिया नेक्स्ट जनरेशन लीडर सम्मान
गुरमेहर कौर को टाइम मैगजीन ने नेक्स्ट जनरेशन लीडर्स फॉर 2017 की लिस्ट में शामिल किया है। वह 'फ्री स्पीच वॉरियर्स' लिस्ट में टॉप टेन में हैं। गुरमेहर दिल्ली विवि की छात्रा हैं।
जालंधर, [कुसुम अग्निहोत्री]। दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा व जालंधर की बेटी गुरमेहर कौर को टाइम मैगजीन ने नेक्स्ट जनरेशन लीडर्स फॉर 2017 की लिस्ट में शामिल किया है। उन्हें 'फ्री स्पीच वॉरियर्स' के लिए जारी लिस्ट में टॉप टेन में जगह दी गई है। इस सम्मान से गुरमेहर काफी खुश हैं। गुरमेहर अपने पिता की शहादत के बारे में सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट से चर्चा में आई थी और इस पर काफी हंगामा मचा था।
जागरण से बातचीत में गुरमेहर ने कहा कि इस तरह का सम्मान मिलना काफी गर्व की बात है, लेकिन इसके साथ ही जिम्मेदारियां और बढ़ जाती हैं। फिलहाल वह किसी विचारधारा से नहीं बंधी हैं, उसे कई संस्थाएं बुलाती हैं, लेकिन वह कई कारणों के चलते नहीं जा पाती हैं।
टाइम मैगजीन के 'फ्री स्पीच वॉरियर्स' के सम्मान पर जालंधर की बेटी ने जताई खुशी
गुरमेहर ने बताया कि अभी उसकी प्राथमिकता अपनी ग्रेजुएशन पूरा करना व अपने जीवन की यादों पर लिख रही किताब मूवमेंट ऑफ फ्रीडम को पूरा करना है। गुरमेहर प्रोफिट फेलोशिप पर भी काम कर रही हैं। ग्रेजुएशन के बाद वह वकालत करना चाहती हैं।
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हाल ही में आई थी चर्चा में
स्टूडेंट एक्टिविस्ट और डीयू के श्री राम कॉलेज फार वूमेन से इंग्लिश लिटरेचर की पढ़ाई कर रही गुरमेहर हाल ही में रामजस कॉलेज की घटना (स्टूडेंट्स एंगेस्ट एवीबीपी) के दौरान चर्चा में आई थीं। गुरमेहर कारगिल के शहीद मनदीप सिंह हैरी की बेटी हैं। दिल्ली के रामजस कॉलेज में एबीवीपी और स्टूडेंट्स के बीच फरवरी 2017 में हुए विवाद के बाद गुरमेहर के नाम से अभियान चलाया था। गुरमेहर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में अपलोड किया था। इस पर काफी विवाद हुआ था।
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पाकिस्तान ने मेरे पिता को नहीं मारा, युद्ध ने मारा
वीडियो में गुरमेहर को प्ले कार्ड्स के साथ दिखा गया था, जो काफी वायरल हुआ था। इस वीडियो में एक प्लेकार्ड लिए गुरमेहर ने कहा था 'पाकिस्तान ने मेरे पिता को नहीं मारा, युद्ध ने मारा।' इसके बाद देश भर में लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिली थीं। इस वीडियो के बाद गुरमेहर कौर को काफी धमकियां भी मिली थीं।
पूरे मामले में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर देश में राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बन गया था। इसके बावजूद गुरमेहर चुप नहीं रही और फ्री स्पीच को लेकर कई बार अपनी आवाज उठाती रही। सोशल मीडिया पर एक्टिव गुरमेहर को कई बार फ्री स्पीच के प्रोग्राम्स में भी देखा गया है। गुरमेहर कौर पोस्ट कार्ड्स फोर पीस संस्थान की एंबेसडर भी हैं, जो देश में भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाती है।
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जालंधर से गुरमेहर का नाता
गुरमेहर कौर जालंधर की रहने वाली हैं। वह जालंधर कैंट के सेंट जोसफ स्कूल से 2001 से 2008 तक पढ़ी हैं। 2011 से 2015 तक हार्वेस्ट इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई की। इसके बाद वह अंग्रेजी लिटरेचर पढ़ने दिल्ली स्थित श्रीराम कालेज फॉर वूमेन में चली गई।