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अमृतसर में खुले जोड़ा फाटक से गुजरीं तीन ट्रेनें, जान बचाने को भागे लोग; यहीं हुई थी 60 से अधिक लोगों की मौत

जौड़ा फाटक पर गेटमैन की लापरवाही से तीन ट्रेनें खुले फाटक से ही निकल गईं। गनीमत रही कि लोगों की सूझबूझ के कारण कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। वर्ष 2018 में दशहरे वाले दिन हुए रेल हादसे के बाद भी रेलवे मुलाजिम कोई सबक नहीं ले रहे हैं।

By Vinay KumarEdited By: Published: Thu, 02 Sep 2021 08:45 AM (IST)Updated: Thu, 02 Sep 2021 02:07 PM (IST)
अमृतसर में जोड़ा फाटक से गुजरती हुई ट्रेन। (जागरण)

जागरण संवाददाता, अमृतसर। वर्ष 2018 में दशहरे वाले दिन जौड़ा फाटक पर हुए रेल हादसे के बाद भी रेलवे मुलाजिम उस घटना से कोई सबक नहीं ले रहे हैं। यहां करीब 60 लोगों की मौत और 150 के करीब लोग घायल हो गए थे। मंगलवार को भी जौड़ा फाटक पर गेटमैन की लापरवाही से तीन ट्रेनें खुले फाटक से ही निकल गईं। गनीमत रही कि लोगों की सूझबूझ के कारण कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। घटना मंगलवार रात साढ़े आठ बजे के करीब की है, जब अमृतसर से संभलपुर की तरफ जाने वाली ट्रेन अमृतसर रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। जौड़ा फाटक पर जब यह ट्रेन पहुंची तो यहां फाटक खुला था और ट्रैक से वाहन गुजर रहे थे। ट्रेन को आते देख आनन-फानन ने लोगों ने तुरंत वाहन ट्रैक से हटा खुद का बचाव किया। इसी दौरान जालंधर की तरफ से मालगाड़ी भी दूसरे ट्रैक से करीब पांच-सात मिनट के अंतर में खुले फाटक से गुजर गई।

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लोगों के अनुसार इससे पहले 8.30 बजे के करीब पठानकोट रेलवे लाइन से भी एक ट्रेन अमृतसर की तरफ खुले फाटक से गुजर गई। ट्रेनें गुजरने के बाद में जब लोगों ने गेटमैन से इस बारे पूछा तो उसने जमकर गुंडागर्दी की। उसने वीडियो बना रहे लोगों के हाथ-पांव तोड़ने की धमकी तक दे दी। लोगों का आरोप था कि गेटमैन अपने कुछ साथियों के साथ कमरे में शराब पी रहा था और उसने ट्रेनों के गुजरने के दौरान फाटक बंद नहीं किया। गेटमैन की लापरवाही के चलते इलाका निवासियों ने रेलवे के खिलाफ नारेबाजी भी की। मामला तूल पकड़ते देख आरपीएफ के मुलाजिम मौके पर पहुंचे और उन्होंने वाहनों को फाटक से हटवाया। 

लोगों को फाटक से गुजरने के लिए रोकते हुए आरपीएफ के मुलाजिम।

शिकायतकर्ता करणजीत व इलाका निवासियों का कहना है कि जब यह तीनों ट्रेनें गुजरीं उस समय फाटक पर भारी ट्रैफिक था। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। करणजीत ने बताया कि उन्होंने इस बाबत थाना जीआरपी को शिकायत देते हुए रात को हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे दी है। मौके का वीडियो भी बना हुआ है। थाना जीआरपी के प्रभारी बलवीर सिंह घुम्मन ने कहा कि मामले की शिकायत उनके पास पहुंची है। इस संबंधी अगली कार्रवाई की जा रही है। डीआरएम सीमा शर्मा ने कहा कि इस मामले की जांच करवाने के बाद जो तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

अक्टूबर 2018 को हुआ था जौड़ा फाटक रेल हादसा

अक्टूबर 2018 को जौड़ा फाटक रेल हादसा हुआ था। इस दौरान लोग रेलवे लाइनों पर खड़े होकर दशहरा देख रहे थे कि जालंधर की तरफ से अमृतसर आ रही ट्रेन फाटक से अपनी पूरी स्पीड से होकर गुजर गई। इस कारण कई लोग उसकी चपेट में आ गए। इस घटना में 60 के करीब लोगों की मौत हो गई थी और 150 के करीब लोग घायल हो गए थे। दशहरे का कार्यक्रम हलका पूर्वी के विधायक नवजोत ¨सह सिद्धू के खासमखास पार्षद सौरभ मदान मिट्ठू की तरफ से किया गया था। इसमें सिद्धू की पत्नी डा. नवजोत कौर सिद्धू मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची थी। ट्रेन हादसे में मारे गए आश्रितों को हाल ही में पंजाब सरकार की तरफ से 32 लोगों को सरकारी नौकरियां भी दी गई हैं।


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