जालंधर के चार युवाओं ने फिल्मी दुनिया में कमाया नाम, तीन फिल्में दादा साहब फाल्के अवार्ड के लिए नोमिनेट
जालंधर के गुरआशीष सिंह सुबेग सिंह रोबिन सिंह और कुंवर राज सिंह ने फिल्मी दुनिया में बड़ी कामयाबी हासिल की है।
जेएनएन, जालंधर। जालंधर के गुरआशीष सिंह, सुबेग सिंह, रोबिन सिंह और कुंवर राज सिंह ने फिल्मी दुनिया में बड़ी कामयाबी हासिल की है। छोटी सी उम्र में चार युवाओं ने तीन फिल्में बनाई है। जो दादा साहेब फाल्के अवार्ड के लिए नोमिनेट की गई हैं। एपीजे के छात्र गुरआशीष सिंह व रोबिन सिंह ने 'यूजलैस' फिल्म का निर्माण किया है। गुरआशीष ने बताया कि 35 मिनट की फिल्म 'यूजलैस' उन बेकार यानि यूजलेस कहे जाने वाले लोगों की कहानी है जिन्हें एक छोटी सी प्रेरणा और आशा की किरण पाने के बाद सफलता का मुकाम हासिल करते हैं।
'आई गॉट माई स्टोरी' फिल्म बनाने वाले लेखक और निर्देशक कुंवर राज ने बताया कि 10 मिनट की फिल्म तीन लेखकों की फिल्म है जो प्रेम कहानी बनाने जा रहे हैं, लेकिन एक हादसे के कारण वह सफल नहीं हो पाते। फिल्म 'लिटल डी' को मैकेनिकल इंजीनियर सुबेग सिंह ने निर्देशित किया है।
इस फिल्म में दो साइड दिखाई गई है। पहली में दिखाया गया है कि हम टेक्नोलॉजी पर जरूरत से ज्यादा निर्भर हो गए हैं और दूसरी तरफ अपनी छोटी-छोटी खुशियों को मनाने की बजाए उम्मीदों को बढ़ाते रहते हैं और संतुष्ट नहीं हो पाते। दादा साहब फाल्के अवार्ड के लिए 3500 फिल्मों को चुना गया है, जिनमें उनकी यह तीन फिल्में शामिल हैं।