परीक्षा से तीन दिन पहले सरकार ने सुनाई राहत भरी खबर, विद्यार्थी बोले- टेंशन तो रहेगी
पंजाब सरकार ने सभी यूनिवर्सिटी परीक्षाएं 15 जुलाई तक रद कर दी गई हैं। विद्यार्थियों ने सरकार के इस फैसले को सराहा है।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना के कारण जीएनडीयू के फाइनल एग्जाम को लेकर असमंजस में फंसे विद्यार्थियों को राज्य सरकार ने राहत की खबर सुनाई है। सभी परीक्षाएं 15 जुलाई तक रद कर दी गई हैं। विद्यार्थियों ने सरकार के इस फैसले को सराहा। साथ ही उन्होंने कहा कि तनाव बरकरार रहेगा। हालांकि वहीं सोशल मीडिया पर भी छात्रों की तरफ से परीक्षाओं का नतीजा असेसमेंट बेस पर तैयार करने, तनाव बने रहने की मिलीजुली प्रतिक्रिया है, क्योंकि कुछ पता नहीं है कि कोरोना के हालात कब सामान्य होंगे।
हालांकि इससे पहले तो जीएनडीयू की तरफ से साफ कह दिया गया था कि परीक्षाओं की तिथि अभी तक फाइनल है, क्योंकि यूजीसी की तरफ से फाइनल हिदायतें मांगने के बावजूद जारी नहीं की गई। परीक्षाएं शुरू होने तीन दिन पहले तक कॉलेजों को परीक्षा पत्र भेजने तक की तैयारी कर ली गई थी और कालेजों में सीटिंग अरेंजमेंट की भी तैयारी हो चुकी थी।
विद्यार्थियों की टेंशन खत्म की जाए
सेंट सोल्जर से बीसीए फाइनल ईयर के छात्र चंदन का कहना है कि सरकार ने ऐसे माहौल में परीक्षाओं को स्थगित करके राहत तो दी हैं, पर परीक्षाओं को लेकर तनाव बरकरार रहेगा। कोरोना की वजह से पहले से ही तीन महीने से तनाव भरे माहौल में रहे हैं। ऐसे में बाद में भी स्थिति सामान्य नहीं होती तो क्या होगा। इस संबंध में सरकार, जीएनडीयू और यूजीसी को गाइडलांस जारी कर देनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों में किसी प्रकार का तनाव न आए।
रिजल्ट की तैयारी संबंधी फैसले की सोचे सरकार
सेंट सोल्जर से बीए फाइनल ईयर के छात्र रितेश का कहना है कि पूरी तरह से तनाव के रूप में अभी तक का समय पास किया है और अभी भी हालात सामान्य होने के आसार नहीं निकलते। ऐसे में महज परीक्षाओं को रद कर देने की जानकारी कहना काफी नहीं हैं। इस संबंध में पूरी तरह से हिदायतें स्पष्ट करनी चाहिए क्योंकि ऐसे तो तनाव भर माहौल रहने के दिनों को ही सरकार ने बढ़ाया है। सरकार को चाहिए कि आगे के दिनों में भी हालात सामान्य नहीं होंगे तो रिजल्ट की तैयारी संबंधी फैसले की तरफ सोचना चाहिए थे।