करतारपुर साहिब जाने को पासपोर्ट की अनिवार्यता और फीस गलत नहीं : संघा
श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए पासपोर्ट की अनिवार्यता गलत नहीं है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कनाडा के ब्रम्पटन से लिबरल पार्टी के सांसद एडवोकेट रामेश्वर संघा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए पासपोर्ट की अनिवार्यता और 20 डॉलर की राशी लेने में कुछ भी गलत नहीं है।
गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए आए कनाडाई सांसद और पंजाब सरकार के राज्य अतिथि रामेश्वर संघा ने कहा कि जब भी किसी दूसरे देश की सीमा पार करनी होती है तो इंटरनेशनल लॉ के मुताबिक पासपोर्ट होना जरूरी है। ऐसे में अगर श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए इसे अनिवार्य किया जाता है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। यह अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार ही है। उन्होंने साथ ही कहा कि करतारपुर साहिब जाने के लिए 20 डॉलर की फीस लगाने पर भी एतराज नहीं होना चाहिए। करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए दोनों देशों का बड़ा इंतजाम करना पड़ रहा है। पाकिस्तान के भी भारत में डेरा बाबा नानक आने के लिए रास्ता देने की मांग पर उन्होंने उन्होंने कहा कि श्री करतारपुर साहिब का रास्ता खोलने का पहला कदम सफल रहा है और इसके बाद नए नियम और नए रास्ते निकलेंगे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ की गलत मंशा के बयान पर संघा ने कहा कि कि वह इस पर किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते। कनाडा में रेफरेंडम 2020 को लेकर कट्टरपंथियों की एक्टिविटी पर उन्होंने कहा कि कनाडा में ऐसे लोगों की गिनती नाममात्र है। उन्होंने कनाडा में आम चुनाव में जस्टिन ट्रूडो की जीत का आधार मध्यम वर्ग को बताया। जस्टिन ट्रूडो खुद भी मध्यम वर्ग से हैं और इस वर्ग में ट्रूडो को बड़ा समर्थन है। ट्रूडो सरकार ने पिछले वर्षो में 11 लाख नई नौकरियां पैदा की हैं।