शहर के उद्योगपति बोले- इंडस्ट्री मे बूम ला सकता है चीन में फैला कोरोना वायरस
उद्योगपतियों का तर्क है कि अगर सरकार इस समय साथ दे तो इंडस्ट्री पुनर्जीवित हो सकती है। दूसरी ओर उद्योगपतियों को भी माल की क्वालिटी और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करनी होगी।
जालंधर, जेएनएन। चीन में फैला कोरोना वायरस लंबे समय से मंदी की मार झेल रही स्थानीय इंडस्ट्री में बूम ला सकता है। चीन दुनिया भर में सबसे बड़ा उत्पादक एवं वितरक बन चुका था, लेकिन कोरोना वायरस फैलने से चीन की फैक्ट्रीज बंद हो चुकी हैं और दुनिया भर में विभिन्न उत्पादों की किल्लत महसूस होने लगी है। चीन से पहले कभी कोरिया, भारत-बांग्लादेश और बर्मा दुनिया भर में उत्पाद सप्लाई करने वाले प्रमुख देशों में शामिल थे। एक बार फिर से दुनिया भर के विभिन्न हिस्सों से स्थानीय इंडस्ट्री से माल मंगवाने के लिए संपर्क साधा जा रहा है। दूसरी ओर स्थानीय इंडस्ट्री भी कच्चे माल और कलपुर्जों के लिए चीन पर ही निर्भर हो चुकी थी। अच्छी बात यह है कि इंडस्ट्री में अब भी दुनिया भर के देशों को माल सप्लाई करने की क्षमता है।
स्थानीय उद्योगपति चीन में कोरोना वायरस के नकारात्मक प्रभाव से दुनिया भर में स्थानीय इंडस्ट्री के लिए नजर आ रहे बाजार से उत्साहित नजर आ रहे हैं। बीते अरसे से मंदी झेल रहे उद्योगपति अब दोबारा दुनिया भर के देशों को माल सप्लाई करने के लिए अपनी सरकार से सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं। उद्योगपतियों का तर्क है कि अगर सरकार इस समय साथ दे तो इंडस्ट्री पुनर्जीवित हो सकती है। दूसरी ओर उद्योगपतियों को भी माल की क्वालिटी और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करनी होगी।
इस समय सरकार समेत इंडस्ट्री से जुड़े तमाम विभागों को सक्रियता दिखानी होगी। दुनिया भर में यह पता लगाना होगा कि किस देश में किस उत्पाद की जरूरत है। उसी के मुताबिक उत्पादन करवाया जाए और एक्सपोर्ट सुनिश्चित कराया जाए। अगर किसी देश में इंडस्ट्री से संबंधित कोई प्रदर्शनी लग रही है तो स्थानीय उद्योगपतियों को वहां पर एंट्री दिलवाई जाए।
- नरेंद्र सिंह सग्गू, अध्यक्ष, फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन
इसमें कोई दो राय नहीं है कि अब स्थानीय इंडस्ट्री को विदेशों से ऑर्डर मिलने लगे हैं। हालांकि चीन से आने वाला कच्चा माल चिंता का विषय बना हुआ है। इससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इस समय चीन से कच्चा माल मंगवाना भी भारी जोखिम बन चुका है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप देश के दौरे पर आ रहे हैं। यह ऐसा मौका है जब भारत सरकार को एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना आसान रहेगा। सरकार पहल करे और उद्योगपतियों का सहयोग करें तो व्यापार की ग्रोथ बढ़ना तय है।
- मुकुल वर्मा, सचिव, स्पोर्ट्स गुड्स मैन्युफैक्चरर्स एंड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
चीन में उत्पादन बंद होने से स्थानीय उत्पादकों को ऑर्डर मिलना तय है लेकिन इस समय सरकार की कारगुजारी पर ही भविष्य निर्भर करेगा। उत्पादकों को तो अभी भी सरकार सस्ती बिजली नहीं मुहैया करवा पाई है। उत्पादन के लिए मशीनें चलेंगी। ऐसे में सस्ती बिजली की बेहद जरूरत रहेगी। वहीं, सरकार को उद्योगपतियों के रिफंड जल्द से जल्द रिलीज करने चाहिए। उत्पादन तभी बढ़ेगा, जब उद्योगपतियों के पास पूंजी होगी। सरकार की तरफ से वैट रिफंड ना जारी करने से उद्योगपति तो बैंकों के ब्याज देकर ही दिवालिया होने की कगार पर हैं। एक अच्छा मौका है, जिससे इंडस्ट्री पुनर्जीवित हो सकती है, लेकिन सरकार का सहयोग जरूरी है।
-एसपीएस राजू विर्क, लेदर गुड्स एक्सपोर्टर